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गाजियाबाद में आवारा कुत्तों का आतंक, महिला और बच्चे पर किया हमला

गाजियाबाद में कुत्तों का आंतक

शहरों में आवारा कुत्तों का आतंक इस कदर बढ़ गया कि लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. कई मोहल्लों में आवारा कुत्ते छोटे बच्चों को काट कर घायल कर चुके हैं.कुत्तों की वजह से लोगों ने अपने बच्चों का बाहर खेलने भी बंद कर दिया है. लेकिन कुत्तों के आतंक से केवल बच्चे ही नहीं बड़े लोग भी परेशान है. एक बार फिर गाजियाबाद की पंचशील वेलिंगटन सोसाइटी में आवारा कुत्तों ने एक महिला और एक ढाई साल के बच्चे पर हमला कर दिया. जिससे गुस्साए लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया.

महिला और ढाई साल के मासूम पर अटैक

बता दें कि पंचशील वेलिंगटन सोसाइटी में काफी संख्या में आवारा कुत्ते घूमते हैं, जिन्होंने एक महिला पर हमला कर उसे घायल कर दिया. वही सोसाइटी के टॉवर-1 में पांचवें फ्लोर पर अभिषेक का परिवार रहता हैं. उनकी पत्नी अपने बेटे अथर्व के साथ कंपाउंड में घूम रही थीं. इस दौरान उनका बेटा गलती से लिफ्ट में चला गया और लिफ्ट बेसमेंट में पहुंच गई. जैसे ही लिफ्ट के दरवाजे खुले तो गेट पर ही कई आवारा कुत्ते खड़े थे. उन्होंने अथर्व पर हमला बोल दिया. चीख पुकार सुनकर कार पार्क करने आए शख्स ने मुश्किल से बच्चे को छुड़ाया. बच्चे की हालात गंभीर है जिसे दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है जिसका इलाज चल रहा है.

नाराज लोगों ने किया प्रदर्शन

बिल्डर और सोसाइटी के प्रबंधन कर्मियों के रवैये से नाराज लोगों ने उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रदर्शन करते हुए सोसाइटी के बाहर वाली रोड जाम कर दी और धरने पर बैठ गए. क्रासिंग रिपब्लिक में भयंकर जाम की स्थिति बन गई तो सीओ सिटी प्रथम अंशु जैन मौके पर पहुंची. उन्होंने लोगों और महिलाओं को समझाने की खूब कोशिश की. साथ ही सीओ सिटी अंशु जैन ने कहा, “लोगों द्वारा कुत्ते काटने की शिकायतें की गई हैं, जिस पर गाजियाबाद नगर निगम और सिटी मजिस्ट्रेट से बातचीत की गई है. मामले में विधिक कार्रवाई की जाएगी.”

पहले भी आ चुके हैं ऐसे मामले

ये ऐसा पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी गाजियाबाद में पार्क में पिटबुल डॉग ने 11 साल के बच्चे पर हमला कर दिया. उसका एक कान और गाल नोच दिया. पिटबुल का हमला इतना घातक था कि बच्चे के चेहरे पर 150 से ज्यादा टांके आए थे. ऐसे कई मामले और भी सामने आ चुके हैं लेकिन बावजूद इसके सोसाइटी में आवारा कुत्तों को लेकर कोई महत्वपूर्ण कदम नहीं उठाए जा रहे हैं.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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