गिर्राज सिंह मलिंगा व केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत
Rajasthan Elections 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव (Rajasthan Assembly Elections) के लिए प्रचार जोरों पर है. इस दौरान दिग्गज नेता अपनी-अपनी पार्टियों के लिए प्रचार में जुटे हैं और विरोधियों पर हमलावर हैं. इन सबके बीच राजस्थान में इन दिनों मलिंगा चर्चा में हैं. ‘मलिंगा’ से हर किसी को श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर लसिथ मलिंगा की याद आ जाती है, लेकिन वो भला कहां राजस्थान चुनाव में पहुंचेंगे. यहां बात हो रही है धौलपुर जिले की बाड़ी सीट से विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा की. गिर्राज सिंह मलिंगा ने कांग्रेस उम्मीदवारों की अंतिम लिस्ट आने से कुछ घंटे ही कांग्रेस का साथ छोड़ दिया और बीजेपी का दामन थाम लिया. ये वही मलिंगा हैं जिनको लेकर पहले बीजेपी काफी हो-हल्ला मचाती रही लेकिन, अब वे भाजपा का दामन थाम चुके हैं.
वहीं कांग्रेस से बीजेपी में गए मलिंगा को लेकर दलित संगठनों ने भी मोर्चा खोल दिया है. कई दलित संगठनों ने मलिंगा को पार्टी में शामिल कराने के लिए बीजेपी की आलोचना की शुरू कर दी है. दलित संगठन बीजेपी को दलित विरोधी बता रहे हैं और कह रहे हैं कि पार्टी का दलित प्रेम चुनाव के लिए महज दिखावा है. ऐसे में बीजेपी के सामने भी मुश्किलें खड़ी होती नजर आ रही हैं.
बिजली विभाग के इंजीनियर पर हमले का आरोप
मलिंगा पर बिजली विभाग के एक इंजीनियर हर्षाधिपति वाल्मीकि पर हमला करने का आरोप है. पिछले साल, एक गांव की बिजली काटे जाने के बाद भड़की भीड़ ने हर्षाधिपति पर हमला कर दिया था. इस मामले में मलिंगा पर आरोप है और तब उन्होंने मामला बढ़ने के बाद जयपुर में पुलिस कमिश्नर के सामने सरेंडर कर दिया था. हालांकि, मलिंगा अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करते रहे हैं. वे इसे अपने खिलाफ साजिश बताते हैं.
कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आने वाले मलिंगा का कहना है कि कांग्रेस पार्टी में उनका उत्पीड़न किया जा रहा था और फर्जी मामला बनाया गया था. मलिंगा इसके पीछे गहलोत की प्रेशर पॉलिटिक्स की बात करते हैं. मलिंगा ने कहा कि जब इंजीनियर पर हमले के मामले में उन्होंने जांच अधिकारी बदलने की बात की, तो एक विधायक होने के बाद भी उनकी बात नहीं सुनी गई.
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चंबल के डकैत ने दी थी धमकी
पिछले साल 2022 की शुरुआत में चंबल के एक कुख्यात डकैत की धमकी के बाद गिर्राज सिंह मलिंगा चर्चा में आए थे. उस वक्त डकैत जगन सिंह गुर्जर का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें कुख्यात डकैत ने मलिंगा को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी और जान से मारने की धमकी दी थी. इसके बाद हड़कंप मच गया था. वहीं जगन का वीडियो सामने आने के बाद मलिंगा ने कहा था कि उसकी बंदूक से गोली निकलती है तो मेरी बंदूक से भी पानी नहीं निकलता है. ये मामला उस वक्त कई दिनों तक सुर्खियों में रहा था.
कई नेताओं ने थामा बीजेपी का दामन
इधर, मलिंगा के साथ धौलपुर के कई नेताओं ने भी कांग्रेस का दामन छोड़कर बीजेपी का झंडा थाम लिया. वहीं धौलपुर में बीजेपी ने कांग्रेस ही नहीं, आम आदमी पार्टी में भी सेंध लगा दी है. आम आदमी पार्टी की युवा इकाई के अध्यक्ष अनुराग सिंह बरार ने भी बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली है. इससे जिले में आम आदमी पार्टी को तगड़ा झटका लगा है.
25 नवंबर को वोटिंग
बता दें कि राजस्थान विधानसभा की सभी 200 सीटों के लिए एक चरण में वोटिंग होनी है. राजस्थान में 25 नवंबर को राज्य के मतदाता विधानसभा चुनाव में अगली सरकार चुनने के लिए मतदान करेंगे. चुनाव आयोग ने मतदान के लिए पहले 23 नवंबर की तारीख निर्धारित की थी, लेकिन शादियों को देखते हुए तमाम राजनीतिक दलों ने चुनाव आयोग से मतदान की तारीख बदलने की मांग की थी, जिसे स्वीकार करते हुए आयोग ने 25 नवंबर को मतदान कराने का फैसला किया था. राजस्थान विधानसभा चुनाव के नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे. इसी दिन अन्य 4 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के भी नतीजे घोषित किए जाएंगे.
मुख्य मुकाबला बीजेपी-कांग्रेस के बीच
इस चुनाव में मुख्य मुकाबला सत्ताधारी दल कांग्रेस और विपक्षी दल बीजेपी के बीच माना जा रहा है. दरअसल, राजस्थान में पांच-पांच साल पर बदलाव की बयार बहती है और इसी बयार के सहारे बीजेपी उम्मीद लगा रही है कि इन चुनावों में जीत हासिल कर सत्ता पर काबिज हो सकती है. हालांकि, बीजेपी के लिए सत्ता तक पहुंचने की राह आसान नहीं है. कांग्रेस पार्टी सीएम अशोक गहलोत के नेतृत्व में चुनाव मैदान में है. गहलोत को उम्मीद है कि वे अपने काम गिनाकर एक बार फिर सरकार बनाने में कामयाब होंगे. हालांकि, दोनों दलों के दावों के बीच किसकी सरकार बनती है और कौन सीएम पद की शपथ लेता है, ये 3 दिसंबर को तय हो जाएगा.
-भारत एक्सप्रेस