यजदान बिल्डर की अवैध इमारत पर कार्रवाई शुरू
उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में अवैध निर्माण पर LDA की तरफ से लगातार ताबड़तोड़ का कार्रवाई की जा रही है. इस कड़ी में सरकारी अफसरों और इंजीनियरों की लापरवाही से बने यजदान अपार्टमेंट की अवैध बिल्डिंग पर भी LDA की कार्रवाई की जा रही है. बुल्डोजर की मदद से बिल्डिंग को गिराने का काम भी शुरू कर दिया गया है. बता दें कि ध्वस्तीकरण का काम बिल्डिंग के टॉप फ्लोर से शुरू किया गया है. इसको गिराने का मुंबई की कंपनी को सौंपा गया है.
अफसरों की लापरवाही से बनी अवैध बिल्डिंग !
यजदान अपार्टमेंट की ये अवैध बिल्डिंग सरकारी अफसरों और इंजीनियरों की लापरवाही से बनाई गई थी. इस वजह से आवंटियों को लाखों रुपए का नुकसान उठना पड़ रहा है. अब इसके अवैध होने का पता चलने पर नजूल की जमीन पर बनी यजदान की ये अवैध बिल्डिंग पर प्रशासन का हथौड़ा चलना शुरू हो गया है. बता दें कि इस बिल्डिंग को तोड़ने का काम भी यजदान बिल्डर के पैसे से ही 6 मंजिला इमारत को तोड़ने का काम किया जा रहा है. लखनऊ में लगातार LDA की कार्रवाई जारी है. इससे पहले भी चहारदीवारी को ध्वस्त किया गया था.
अधिकारियों ने बिना कुछ देखे किया नक्शा पास
यजदान की ये 6 मंजिला अवैध इमारत लखनऊ के प्राग नारायण रोड पर है. और इसको बनाने में करीब 5 साल का समय लग गया था. जिसके बाद अब जाकर लखनऊ विकास प्राधिकरण की आंख खुली है और इस बिल्डिंग के नक्शे को ताक पर तैयार रखकर तैयार किया गया था. इस LDA के अफसरों ने बिन कुछ देखे इस नक्शे को पास कर दिया था.
पहले भी हुई कई कार्रवाई
बता दें कि इससे पहले 2016 में इस इमारत को सील किया गया था. लेकिन इससे बाद भी इसमें निर्माण कार्य होता रहा. साल 2019 में कोर्ट ने यजदान अपार्टमेंट को तोड़ने का आदेश जारी किए थे. जिसके बाद मंडलायुक्त कोर्ट में बिल्डर ने अपील की. वहां भी इस अपील को खारिज कर दिया गया. और फिर इमारत का कुछ हिस्सा गिरा गया. हालांंकि तभी पूरी इमारत को नहीं गिराया गया. अब इस बिल्डिंग को फिर धराशायी करने का काम शुरू कर दिया गया है. लेकिन जिन लोगों ने इस बिल्डिंग में फ्लैट खरीद रखें थे उनको काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.