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MP Exit Poll: ज्योतिरादित्य सिंधिया के आने से BJP को फायदा हुआ या नुकसान? एग्जिट पोल के सर्वे में बड़ा खुलासा

Madhya Pradesh Exit Poll: ज्योतिरादित्य को पार्टी में शामिल करने से फायदा हुआ है या नुकसान. चलिए आपको बताते हैं कि सिंधिया के गढ़ में बीजेपी को कितनी सीटें मिल रही हैं और कांग्रेस को कितनी.

ज्योतिरादित्य सिंधिया (फोटो फाइल)

Jyotiraditya scindia: पांचों राज्यों में मतदान के बाद मध्यप्रदेश के एग्जिट पोल सामने आ गए हैं. एबीपी न्यूज सी वोटर के नतीजों के हिसाब से यहां कांग्रेस की सरकार बन सकती है. हालांकि बीजेपी भी ज्यादा पीछे नहीं है. ऐसे में प्रदेश का असली किंग कौन होगा, ये तो नतीजों के दिन 3 दिसंबर को पता चला जाएगा कि कांग्रेस सरकार में आएगी या बीजेपी फिर से सत्ता में वापसी करेगी. अगर पिछले चुनाव की बात करें तो यहां कांग्रेस ने सरकार बनाई थी. हालांकि ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी छोड़ने और बीजेपी में शामिल होने से सरकार पलट गई और बीजेपी ने सरकार बना ली.

ऐसे में अब ज्योतिरादित्य को पार्टी में शामिल करने से फायदा हुआ है या नुकसान. चलिए आपको बताते हैं कि सिंधिया के गढ़ में बीजेपी को कितनी सीटें मिल रही हैं और कांग्रेस को कितनी.

ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ में बीजेपी को नहीं हुआ फायदा

ग्वालियर चंबल को ज्योतिरादित्य सिंधिया का गढ़ माना जाता है. हालांकि बीजेपी में शामिल होने के बाद वह अपने ही गढ़ में पार्टी को फायदा नहीं पहुंचा पाए हैं. बीजेपी यहां से कमजोर पड़ती दिखी है. अगर सी वोटर के सर्वे को माने तो यहां चंबल रीजन की 34 सीटों में से कांग्रेस को 26 से 30 सीटें मिल सकती हैं. वहीं बीजेपी के पास ज्यादा से ज्यादा 8 सीटें जाने का अनुमान हैं. वहीं वोट शेयर में भी बीजेपी को ज्यादा फायदा नहीं हुआ है. चलिए अब आपको सर्वे का पूरा अनुमान बताते हैं.

सी वोटर के हिसाब से चंबल रीजन में कांग्रेस को 47 फीसदी का वोट मिल सकता है. जबकि बीजेपी के पास 37 फीसदी वोट सकता है.

रीजन- चंबल
सीट- 34

कांग्रेस- 47%
बीजेपी- 37%
अन्य- 16%

सीटों के हिसाब से बीजेपी को ज्यादा नुकसान

सीट- 34

कांग्रेस-26-30
बीजेपी-4-8
अन्य-0-2

कौन जीत रहा मध्यप्रदेश ?

अगर एबीपी न्यूज सी वोटर माने तो कांग्रेस पार्टी इस बार मध्य प्रदेश का सिंघासन जीत सकती है. क्योंकि प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से उसके खाते में 113 में से 137 सीटें जा सकती हैं. जबकि बीजेपी के पास 88 से 112 सीट रह सकती हैं. अगर ऐसा होता है तो शिवराज सरकार का गुड बाय हो सकता है. इसके अलावा में 2 से 8 सीट अन्य के खाते में जा सकती हैं.

– भारत एक्सप्रेस

 

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