शनि देव होंगे कुंभ राशि में अस्त.
Shani Ast in Aquarius: ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक ग्रह और नक्षत्रों का एक से दूसरी राशि में आना-जाना लगा रहता है. यानी एक निश्चित समय अंतराल के लिए ग्रह राशि परिवर्तन करता है. ग्रहों का अस्त और उदय भी होता है. आमतौर पर ग्रहों का अस्त होना अशुभ माना जाता है. ज्योतिष शास्त्र की गणना के मुताबिक न्याय के देवता कहे जाने वाले शनि देव अस्त होने वाले हैं. शनि देव 17 फरवरी को कुंभ राशि में अस्त हो जाएंगे. शनि देव अस्त अवस्था में 25 अगस्त तक रहेंगे. शनि देव कुंभ राशि के स्वामी भी माने जाते हैं. ऐसे में शनि का अपनी ही राशि में अस्त होना 3 राशियों के लिए अच्छा नहीं माना जा रहा है. शनि का अस्त होना मेष, वृषभ और कन्या राशि पर क्या प्रभाव डालेगा? जानिए.
मेष
ज्योतिष के जानकारों के मुताबिक, शनि का अस्त होना मेष राशि के अच्छा नहीं है. शनि जब अस्त होंगे तो मेष राशि से जुड़े जातकों को पैसों से जुड़ी समस्या हो सकती है. बिजनेस या नौकरी में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. किसी न किसी वजह से काम बिगड़ सकता है. न्याय से जुड़े कार्यों में रुकावटें आएंगी. जॉब में कार्यस्थल पर विवाद खड़ा हो सकता है.
वृषभ
वैसे लोग जो बिजनेस कर रहे हैं, उन्हें धन का नुकसान हो सकता है. पर्सनल लाइफ में काफी उतार-चढ़ाव नजर आएगा. नौकरी में कार्यस्थल पर भी साथियों से विवाद की स्थिति बनेगी. शादीशुदा लोगों को लाइफ पार्टनर के साथ बनाकर चलाना होगा.
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कन्या
शनि के कुंभ राशि में अस्त होने से कष्ट बढ़ेगा. जो लोग नौकरी कर रहे हैं, उन्हें इस दौरान बेहद सतर्क रहना होगा. बिजनेस में नुकसान उठाना पड़ सकता है. परिवार में बेवजह टेंशन रहेगा. आर्थिक नुकसान की वजह से मन अशांत रहेगा.
कैसे करें शनि देव को खुश?
- शनि अस्त के दौरान हर शनिवार को शनि देव को सरसों का तेल चढ़ाएं.
- शनि देव की मूर्ति के सामने सरसों के तेल का एकमुखी दीपक जलाएं.
- जरुतमंद को मौसम के अनुकूल कपड़े, काले जूते, चप्पल इत्यादि दें.
- शनि देव की कृपा पाने के लिए शनिवार को काली उड़द का दान करें.
- घर-परिवार में पिता, बड़े भाई या अन्य बड़ों का आदर करें, उनकी बातों को मानें.
- शनि देव को नीले फूल चढ़ाएं. साथ ही शनिवार को खिचड़ी बांटें.
- शनिवार को नॉनवेज और शराब का सेवन न करें.
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