राजा भैया से मिले यूपी बीजेप प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी
Rajya Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में राज्यसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां बढ़ी हुई हैं. यूपी में राज्यसभा की 10 सीटें खाली हुई हैं. इनमें से 7 सीटों पर बीदजेपी की जीत पक्की मानी जा रही है, वहीं सपा की झोली में भी 2 सीटें आ रही हैं. अब ऐसे में बीजेपी ने 8वां उम्मीदवार मैदान में उतारकर चुनाव में ट्विस्ट ला दिया है. जिसको लेकर समाजवादी पार्टी और बीजेपी छोटे दलों को साधने में जुटी हुई हैं. जिससे इन पार्टियों के विधायकों का वोट मिल जाए.
सपा के बाद बीजेपी नेता भी मिलने पहुंचे
राज्यसभा चुनाव को लेकर सपा और बीजेपी राजा भैया से लगातार संपर्क कर रही हैं. पहले सपा और अब बीजेपी के नेताओं ने राजा भैया से मुलाकात की. बीजेपी नेताओं ने कुंडा पहुंचकर राजा भैया से मुलाकात की. ये बैठक काफी देर तक चली.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने राजा भैया से की मुलाकात
उत्तर प्रदेश बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और यूपी सरकार में मंत्री जेपीएस राठौर ने कुंडा स्थित राजा भैया के आवास पर पहुंचकर उनसे मुलाकात की. बीजेपी के नेता राजा भैया से राज्यसभा में समर्थन मांगने के लिए पहुंचे थे. बता दें राजा भैया की जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी के पास दो विधायक हैं. ऐसे में दोनों दल चाहते हैं कि किसी भी तरह से राजा भैया का समर्थन मिल जाए.
अखिलेश यादव ने फोन पर की थी बात
इससे पहले सपा के यूपी प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने भी राजा भैया से उनके आवास पर मुलाकात करने के लिए पहुंचे थे. इस दौरान नरेश उत्तम पटेल ने राजा भैया की बात सपा प्रमुख अखिलेश यादव से फोन पर करवाई थी.
सपा की तीसरी सीट फंसी
राजा भैया और अखिलेश यादव के बीच अचानक नजदीकी बढ़ने के पीछे नंबरगेम को जोड़कर देखा जा रहा है. दरअसल, बीजेपी ने नामांकन के आखिरी दिन अपना 8वां उम्मीदवार मैदान में उतार दिया था. जिससे अब सपा की तीसरी सीट फंस गई है. तीन सीटों को जीतने के लिए 111 विधायकों की जरूरत है, लेकिन सपा के पास अभी सिर्फ 108 विधायक हैं. जिसमें से पल्लवी पटेल ने सपा उम्मीदवार को वोट देने से ही इनकार कर दिया है.
राजा भैया को मनाने में जुटी सपा-बीजेपी
सपा को राज्यसभा में इतनी मशक्कत इसलिए भी करनी पड़ रही है क्योंकि आरएलडी एनडीए में शामिल हो गई है. अब ऐसे में अगर पल्लवी पटेल को हटा दिया जाए तो सपा के पास 107 विधायक हैं. कांग्रेस के पास जो दो विधायक हैं, उसे मिला लिया जाए तो ये संख्या 109 हो जाएगी, लेकिन फिर भी दो विधायकों की कमी रह रही है, इसलिए राजा भैया को मनाने में सपा जुटी हुई है. अगर राजा भैया के विधायक सपा के साथ आ जाते हैं तो 111 विधायकों का साथ समाजवादी पार्टी को मिल जाएगा. जिससे तीसरी सीट भी सपा के पास पहुंच जाएगी.
-भारत एक्सप्रेस
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