फोटो-सोशल मीडिया
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश में अपने-अपने ढंग से राजनीतिक दल चुनाव प्रचार करने में जुटे हैं तो वहीं एक चौंका देने वाले चुनाव प्रचार की जानकारी सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि मुरादाबाद लोक सभा सीट पर बसपा (बहुजन समाज पार्टी) प्रत्याशी मोहम्मद इऱफान सैफ़ी अपनी ही पार्टी प्रमुख के साथ गेम कर रहे हैं और घूमघूम कर मुस्लिम इलाकों में सपा सांसद डॉ एस टी हसन के लिए वोट मांग रहे हैं. जनता से यहां तक कह रहे हैं कि वह तो मेरे बड़े भाई हैं और फिर जमकर उनकी प्रशंसा कर रहे हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बसपा प्रत्याशी रात में मुस्लिम इलाकों में जाकर हसन के बारे में प्रचार कर रहे हैं. बता दें कि मुरादाबाद में टिकट कटने के कारण डॉ एस टी हसन अखिलेश से नाराज चल रहे हैं और सपा प्रत्याशी रुचि वीरा का लगातार विरोध कर रहे हैं. तो वहीं उनके समर्थक लगातार उनके लिए काम कर रहे हैं. इसी में एक हैं बसपा प्रत्याशी इरफ़ान सैफ़ी जो रात में टोपी लगा कर मुरादाबाद के मुस्लिम बहुल इलाकों में जा रहे हैं और हसन का टिकट कटने को मुसलमानों का अपमान बता रहे हैं.
ये भी पढ़ें-Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस छोड़ने के बाद भाजपा में शामिल हुए Gaurav Vallabh
अखिलेश कर रहे हैं मुस्लिम लीडरशिप को समाप्त
बताया जा रहा है कि बसपा प्रत्याशी इरफ़ान सैफ़ी मुस्लिम इलाकों में घूमघूम कर कह रहे हैं कि 2022 में मुसलमानों ने विधान सभा चुनाव में अखिलेश यादव को वोट देकर मजबूत किया था. यही वजह रही कि सपा के 111 विधायक जीते थे लेकिन अखिलेश यादव मुस्लिम लीडरशिप को खत्म करने की साजिश रच रहे हैं. बसपा प्रत्याशी यहां तक कह रहे हैं कि मुसलमानों के वोट पर फ़िल्म अभिनेत्री जया बच्चन को राज्य सभा भेज दिया गया. इसी के साथ ही बसपा प्रत्याशी ने कहा कि सपा सांसद डॉ एस टी हसन का जिस जगह से टिकट काटा गया है वो मुस्लिम बाहुल इलाका है. इस वजह से पूरा मुस्लिम समाज अखिलेश से नाराज है.
सपा ने रुचि वीरा को बनाया है प्रत्याशी
बता दें कि मुरादाबाद सीट पर भाजपा ने कुंवर सर्वेश को उतारा है तो वहीं सपा ने बिजनौर की रहने वाली रुचि वीरा को उम्मीदवार घोषित किया है और जबसे उनका नाम सामने आया है, तभी से हसन खेमे के लोग उनका विरोध कर रहे हैं. तो वहीं बसपा प्रत्याशी मो. इऱफान सैफ़ी को ये लग रहा है कि वो अगर इस तरह से हसन का प्रचार करेंगे तो हसन को मुस्लिमों की हमदर्दी मिलेगी और वह टिकट फिर से हासिल कर सकेंगे. हालांकि देखना ये है कि चुनाव में सपा, बसपा और भाजपा में कौन बाजी मारता है.
-भारत एक्सप्रेस
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.