हिंदू नववर्ष (विक्रम संवत 2081)
Hindu Nav Varsh Rashifal: हिंदू नववर्ष यानी विक्रम संवत 2081 की शुरुआत आज से हो रही है. सनातन परंपरा के मुताबिक, चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से हिंदू नववर्ष की शुरुआत होती है. ब्रह्म पुराण में इस बात का जिक्र मिलता है कि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के दिन ही ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की थी. चैत्र प्रतिपदा के दिन देश के कई राज्यों में उगादी, गुड़ी पर्वा और नवरात्रि जैसे पर्व मनाए जाते हैं. ज्योतिष शास्त्र के दृष्टिकोण से भी यह हिंदू नववर्ष 2081 खास है. हिंदू नया साल किन राशियों के लिए भाग्यशली रहने वाला है ? जानिए.
वृषभ राशि
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हिंदू नववर्ष 2081 वृषभ राशि के लिए खास है. शुभ ग्रहों के प्रभाव से करियर में जबरदस्त उन्नति होगी. अच्छा नौकरी मिलने का प्रबल योग है. आदमनी में खूब इजाफा होगा. बिजनेस करने वालों के लिए भी हिंदू नववर्ष मंगलकारी है. इस साल व्यापार में जमकर आर्थिक लाभ देखने को मिलेगा. इसके अलावा हिंदू नववर्ष में भौतिक सुख के साधन बढ़ेंगे. दुकान, वाहन या मकान की खरीदारी का योग बनेगा.
मिथुन राशि
हिंदू नववर्ष में मिथुन राशि वालों की दैनिक आमदनी बढ़ेगी. इस साल बिजनेस में जो भी निवेश करेंगे, उसका जबरदस्त लाभ देखने को मिलेगा. फिजूलखर्ची पर नियंत्रण करेंगे. बैंक बैलेंस बढ़ेगा. नए साल में घर-परिवार खुशहाल नजर आएगा. इसके अलावा अनावश्यक तनाव से मुक्ति मिलेगी. रिश्तेदार और दोस्तों से संबंधों में मधुरता आएगी.
धनु राशि
हिंदू नववर्ष आर्थिक उन्नति के लिए खास माना जा रहा है. इस साल धन लाभ के कई अवसर प्राप्त होंगे. व्यापार में आर्थिक उन्नति के कई शुभ अवसर मिलेंगे. आमदनी के कई नए साधन बनेंगे. अगर लंबे समय से किसी आर्थिक परेशानी से जूझ रहे हैं तो उससे निजात मिलेगी. नए साल में आत्मविश्वास बढ़ेगा.
हिंदू नववर्ष के राजा चंद्रमा तो मंत्री शनि
हिंदू नववर्ष में हर साल राजा और मंत्री निर्धारित किया जाता है. नववर्ष का राजा वार (दिन) से तय किया जाता है. यानी चैत्र शुक्ल प्रतिपदा पर जो दिन पड़ता है, वह दिन नववर्ष का राजा होता है. हिंदू नववर्ष की शुरुआत मंगलवार से हो रही है. ऐसे में मंगल ग्रह हिंदू नववर्ष का राजा है. जबकि, नववर्ष का मंत्री शनि है.
हिंदू नववर्ष (विक्रम संवत 2081) के उपाय
सनातन नववर्ष के पहले दिन यानी आज घर के मुख्य द्वार पर वंदनवार लगाना चाहिए. इस दिन ऐसा करने से देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है. इसके अलावा इस दिन अपने इष्ट देव की विधिवत उपासना करें. साथ ही मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करें. इस दिन घर के मुख्य द्वार के दोनों तरफ स्वास्तिक का चिह्न बनाएं.
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