Bharat Express

Lok Sabha Elections-2024: झारखंड में 1500 लोगों ने किया मतदान का बहिष्कार, प्रशासन के फूले हाथ-पांव, ये वजह आई सामने

गांव वालों ने कहा कि पिछले चार साल से अपनी मांग को लेकर केंद्र सरकार के मंत्री और सांसद, प्रशासन तक से गुहार लगा रहे हैं.

Jharkhand Lok Sabha Elections 2024 1500 people boycotted voting

मतदान केंद्र पर पसरा सन्नाटा

Lok Sabha Elections 5th Phase: देश के आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 49 सीटों के लिए आज मतदान जारी है. इसी बीच झारखंड से खबर सामने आ रही है कि यहां पर 1500 लोगों ने वोट डालने से मना कर दिया है. यानी मतदान का बहिष्कार किया गया है. सुबह से ही मतदान केंद्र में जब कोई पहुंचा नहीं तो प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए. बता दें कि पांचवे चरण के मतदान के लिए आज झारखंड में तीन लोकसभा सीटों के लिए वोटिंग हो रही है.

मीडिया सूत्रों के मुताबिक झारखंड में हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के 1500 मतदाताओं ने मतदान का बहिष्कार करने के बाद लोग जंगल में चले गए हैं. हजारीबाग के कुसुंभा मतदान केंद्र पर सुबह से लेकर खबर लिखे जाने तक वोट डालने के लिए कोई पहुंचा नहीं है. बूथ नंबर 183 और 184 पर अभी तक एक भी मतदाता न पहुंचने के कारण प्रशासन परेशान है.

ये भी पढ़ें-Lok Sabha Election 2024: सपा ने रायबरेली में पीठासीन अधिकारी पर लगाया ये गम्भीर आरोप, लखनऊ में इस बूथ पर खराब हुई EVM

ये है गांव वालों की मांग

वोट बहिष्कार को लेकर गांव वालों ने मीडिया को बताया कि पिछले चार साल से केंद्र सरकार के मंत्री और सांसद, राज्य सरकार के मंत्री, विधायक, जिला प्रशासन तक से अपनी मांग को लेकर गुहार लगा रहे हैं लेकिन कोई नहीं सुन रहा है. इसीलिए बूथ नंबर 183, 184 उत्क्रमित मध्य विद्यालय कुसुंभा गांव में बने मतदान केंद्र में गांव का कोई भी शख्स वोट डालने के लिए नहीं गया. यहां पर करीब 1500 मतदाता हैं. ग्रामीणों ने कहा है कि हजारीबाग जिले के बड़कागांव से एनटीपीसी के लिए कोयला आता है जो कि हजारीबाग के कटकमदाग रेलवे साइडिंग में भेजा जाता है. इस दौरान गांव से सैकड़ों वाहन गुजरते हैं जिससे आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं. गांव की मांग है कि कुसुंभा गांव के पास फ्लाईओवर बनवाया जाए. क्योंकि कोयले की वजह से हमारी खेती भी बर्बाद हो रही है.

ग्रामीणों का खराब हो रही है सेहत

ग्रामीणों ने कहा कि हमारी खेती तो बर्बाद हो ही रही है लेकिन कोयले की धूल की वजह से हमारी सेहर पर भी असर पड़ रहा है. बता दें कि कुसुंभा से हजारीबाग-चतरा मार्ग पर आने-जाने के लिए ग्रामीणों को रेलवे क्रॉसिंग को पार करना पड़ता है. हालांकि वर्तमान में क्रॉसिंग के पास अंडरपास पुल बना हुआ है लेकिन ग्रामीण इसके बजाए ओवरब्रिज की मांग कर रहे हैं, जबकि वर्तमान में अंडरपास बनाने के लिए सम्बधित विभाग नीचे खुदाई कर रहा है. हालांकि रेलवे पटरी के बगल में 6 लाइन की पटरी और बिछने जा रही है. इसका काम चल रहा है. गांव वालों का कहना है कि अंडरपास एक गुफा की तरह बन जाएगा और फिर बाद में यहां पर अपराधी पनपने लगेंगे.

-भारत एक्सप्रेस



इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.

Also Read