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IPL 2024: डेथ ओवरों की गेंदों से मिले अच्छे परिणाम: आवेश खान

IPL एलिमिनेटर मैच में आवेश खान ने डेथ ओवरों में शानदार गेंदबाजी की, जो निर्णायक साबित हुआ और उन्होंने टीम को क्वालीफायर दो में पहुंचा दिया.

Avesh Khan

आवेश खान (फोटो- IANS)

Avesh Khan: आईपीएल एलिमिनेटर (IPL Eliminator) में राजस्थान रॉयल्स (RR) के तेज गेंदबाज आवेश खान को उनके पहले दो ओवरों में 30 रन पड़े, लेकिन जब जरूरत थी तब आवेश ने अपना कौशल दिखाया और अपने आखिरी दो ओवरों में मात्र 14 रन देकर तीन विकेट झटके. इस तरह उन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) को 172/8 पर रोक दिया. आवेश का डेथ ओवरों में यह स्पैल एक बार फिर निर्णायक साबित हुआ और उन्होंने टीम को क्वालीफायर दो में पहुंचा दिया.

आवेश खान ने बताया सफलता का राज

आवेश इस सत्र में राजस्थान रॉयल्स के लिए काफी सफल रहे हैं और आखिरी पांच ओवरों में उनकी कामयाबी ने टीम की सफलता में योगदान दिया है. मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा, “मैं अपना 100 प्रतिशत देने की कोशिश करता हूं, सहज रहता हूं और ऐसी गेंदें फेंकता हूं जिसके बारे में मैं रनअप पर जाने के बाद ही सोचता हूं. डेथ ओवरों में, मैं हमेशा वाइड यॉर्कर/यॉर्कर या धीमी बाउंसर फेंकने की कोशिश करता हूं. मुझे इन गेंदों से अच्छे नतीजे मिले हैं और मैं ज्यादा बदलाव नहीं करता.”

पिछले साल रहा था खराब प्रदर्शन

पिछले साल आवेश खान का प्रदर्शन खराब रहा था. उन्होंने लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए नौ मैचों में केवल आठ विकेट लिए थे और मौजूदा सीजन से पहले उन्हें आरआर के साथ ट्रेड कर लिया गया था. आवेश को एहसास हुआ कि थकान के कारण उन्हें आईपीएल 2023 में वांछित प्रदर्शन नहीं मिल सका था.

आवेश ने आगे कहा, “जब मैं पिछले साल एलएसजी के लिए खेला था, तो मैंने उससे पहले 10 रणजी मैच खेले थे, जहां मैंने लगभग 320 ओवर फेंके थे. इसलिए, शरीर इतनी अच्छी तरह से प्रतिक्रिया नहीं कर पा रहा था. मैं बहुत प्रयास कर रहा था, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा था. कोई कह सकता है कि आईपीएल में चार ओवर फेंकने होते हैं और यह सिर्फ 20 ओवर का खेल है, लेकिन इसमें काफी मेहनत लगती है. जब आप मानसिक और शारीरिक रूप से थके हुए होते हैं तो शरीर प्रतिक्रिया नहीं देता है.”

मेरे एक्शन में हुए हैं कुछ बदलाव

“ट्रेड मेरे नियंत्रण में नहीं था लेकिन मुझे इससे फायदा हुआ. पिछले साल से मेरे एक्शन में कुछ तकनीकी बदलाव हुए हैं. मैंने अपने कोचों के साथ काम किया है और फिर देवधर और दलीप ट्रॉफी खेली है. भारतीय टीम में वापसी के बाद मुझे एहसास हुआ कि शरीर को तरोताजा कैसे रखना है, कब प्रयास करना है और कितना प्रयास करना है.”

उन्होंने आगे कहा, “मैंने अपने क्रिकेट को सरल बना दिया है – मुझे अच्छे से सोना है, अच्छे से खाना है और मुझे गेंदबाजी करनी है. इसके अलावा और कुछ नहीं.” उन्होंने याद किया, “क्रिकेट एक सर्कल की तरह है, आप इसे जितना छोटा रखेंगे, उतना बेहतर होगा. आप इस दायरे को और अधिक विस्तारित करें और आपको (अधिक से अधिक) अंतराल मिलेंगे. इसने मेरी जिंदगी भी बदल दी है और मेरे क्रिकेट पर भी असर डाला है.”

बदल गई है मैच के दिन की दिनचर्या

आईपीएल 2024 में उनके मैच के दिन की दिनचर्या भी बदल गई है. लेकिन आवेश को विपक्ष को नियंत्रण में रखने के लिए पूरी आरआर इकाई के साथ रणनीतियों के लिए समय मिलता है, जैसे कि उन्होंने छोटी बाउंड्री का उपयोग कर अंतिम पांच ओवरों में आरसीबी को कैसे बांधे रखा. इसको लेकर आवेश ने कहा, “मैं मैच के दिन दोपहर 2 बजे ही उठता हूं इसलिए इतना सोचने का समय नहीं मिलता. आप मानसिक दृढ़ता बनाने के लिए जो कुछ भी कर सकते हैं वह करें, लेकिन जब तक आप बार-बार चुनौतियों का सामना करने की स्थिति में नहीं होते, तब तक आप उन पर काबू नहीं पा सकते.”

मीटिंग में होती है छोटी-छोटी चीजों पर बात

आवेश खान ने आगे कहा कि “मैं यह सब स्वीकार करता हूं, लेकिन जब (एक बल्लेबाज के रूप में) आपको एक ओवर में 10-12 रन चाहिए होते हैं, तो आप सब कुछ भूल जाते हैं और क्रियान्वयन पर ध्यान केंद्रित करते हैं. “टीम मीटिंग में हम छोटी-छोटी चीजों पर बात करते हैं. हमने अंतिम दो ओवरों में अच्छी गेंदबाजी की (उन्होंने 19वें ओवर में केवल पांच रन दिए और संदीप शर्मा ने 13 रन दिए) और इससे बहुत बड़ा अंतर पैदा हुआ.”

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-भारत एक्सप्रेस



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