पीएम नरेंद्र मोदी पहले भी ध्यान पर जा चुके हैं-फाइल फोटो-ANI
PM Narendra Modi Meditation at Vivekananda Rock: देश में लोकसभा चुनाव के अंतिम व सातवें चरण का मतदान 1 जून को होगा. 30 मई यानी आज शाम तक चुनाव प्रचार भी थम जाएगा. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 45 घंटे के ध्यान के लिए विवेकानंद रॉक मेमोरियल जा रहे हैं. उनके कार्यक्रम को लेकर तैयारी तेज कर दी गई है. उनकी सुरक्षा के लिए यहां पर करीब 2000 पुलिसकर्मियो को तैनात किया गया है तो वहीं समंदर के तट पर जाने के लिए आम लोगों पर रोक लगा दी गई है.
1 जून तक करेंगे ध्यान
पीएम मोदी के ध्यान को लेकर जो कार्यक्रम तय हुआ है, उसके मुताबिक वह 30 मई की शाम से 1 जून की शाम तक ध्यान करेंगे. इस दौरान समुद्र तट पर आम लोगों व पर्यटकों के जाने पर रोक लगी रहेगी. इसको लेकर न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, गुरुवार से शनिवार तक समुद्र तट पर्यटकों के लिए बंद रहेगा और प्राइवेट बोट्स (नावों) को वहां जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. तो वहीं पीएम मोदी वहां पर हेलीकॉप्टर से पहुंचेंगे. इसके लिए हेलीपैड पर हेलीकॉप्टर की लैंडिंग का ट्रायल भी हो चुका है.
जानें क्या है पूरा शेड्यूल?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएम नरेंद्र मोदी सबसे पहले तिरुवनंतपुरम जाएंगे और फिर वहां से एमआई-17 हेलीकॉप्टर के जरिए शाम को करीब 4:35 पर कन्याकुमारी पहुंचेंगे. यहां पर वह सूर्यास्त देखेंगे और फिर ध्यान में बैठेंगे. वह 45 घंटें तक ध्यान में रहेंगे. इसके बाद 1 जून को दोपहर 3:30 बजे कन्याकुमारी से वापस लौटेंगे. बता दें कि इसी दिन लोक सभा चुनाव-2024 के सातवें व अंतिम चरण का मतदान है और 4 जून को रिजल्ट घोषित होगा.
स्वामी विवेकानंद को यहीं प्राप्त हुए थे दिव्य दर्शन
विवेकानन्द रॉक को लेकर ये बात प्रचलित है कि यहीं पर स्वामी विवेकानंद को दिव्य दर्शन प्राप्त हुए थे. पीटीआई को भाजपा के एक नेता ने बयान देते हुए कहा, “उसी स्थान पर ध्यान करना स्वामी जी के विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है.” भाजपा नेता ने ये भी कहा है कि इस स्थान को पवित्र ग्रंथों में देवी पार्वती की ओर से भगवान शिव के लिए ध्यान करने के स्थान के रूप में भी बताया गया है. कहा जाता है कि विवेकानंद के जीवन पर इस रॉक का बहुत प्रभाव पड़ा और यह भिक्षु के जीवन में गौतम बुद्ध के लिए सारनाथ के समान ही महत्व रखता है. देश भर में घूमने के बाद विवेकानंद यहीं पर पहुंचे थे और तीन दिनों तक ध्यान करने के बाद उन्होंने विकसित भारत का सपना देखा था. यही वजह है कि पीएम मोदी ने ध्यान के लिए इस रॉक को चुना.
-भारत एक्सप्रेस
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