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ओडिशा में ढहता दिख रहा सीएम नवीन पटनायक का किला, भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनने की ओर

2019 के विधान सभा चुनावों में, नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली बीजेडी ने राज्य की 147 में से 112 सीटें जीतकर शानदार जीत दर्ज की थी.

सीएम नवीन पटनायक और पीएम मोदी

ओडिशा : विधानसभा की 147 सीटों के शुरुआती रुझान मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के दो दशक से अधिक के शासन के लिए अच्छे संकेत नहीं मिल रहे हैं. विपक्षी भाजपा 72 सीटों पर आगे चल रही है, उसके बाद बीजद (57) और कांग्रेस (14) पर आगे है. सीएम पटनायक जहां हिंजिली और कांटाबंजी दोनों विधानसभा क्षेत्रों में आगे चल रहे हैं, वहीं बीजद के कई वरिष्ठ नेता और मंत्री अपनी-अपनी सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों से पीछे चल रहे हैं. पूर्व मंत्री तुकुनी साहू टिटलागढ़ में पीछे चल रहे हैं, जबकि अतनु सब्यसाची नायक महाकालपाड़ा में पीछे हैं.

बात करें ओडिशा की तो 2019 के विधान सभा चुनावों में, नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली बीजेडी ने राज्य की 147 में से 112 सीटें जीतकर शानदार जीत दर्ज की थी. पटनायक ने 2000 के बाद से लगातार पांचवीं बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली.

अब तक के रुझानों में बड़े चेहरों की हार

दोपहर तक आ रहे रुझानों के मुताबिक ओडिशा विधानसभा चुनाव में नवीन पटनायक मंत्रिमंडल के कम से कम आठ मंत्री पीछे हैं. निर्वाचन आयोग के अनुसार वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रदीप कुमार अमात, निर्माण मंत्री प्रफुल्ल कुमार मल्लिक, उच्च शिक्षा मंत्री अतनु सब्यसाची नायक, परिवहन मंत्री तुकुनी साहू, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अशोक चंद्र पांडा, वित्त मंत्री बिक्रम केशरी अरुखा, हथकरघा एवं कपड़ा मंत्री रीता साहू और महिला एवं बाल विकास मंत्री बसंती हेम्ब्रम पीछे हैं. बोनाई विधानसभा क्षेत्र में माकपा उम्मीदवार एवं मौजूदा विधायक लक्ष्मण मुंडा आगे हैं. घासीपुरा सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार सौम्य रंजन पटनायक बीजद उम्मीदवार बद्री नारायण पात्रा से आगे हैं.



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