चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर.
Lok Sabha Election 2024 Prashant Kishor predictions: लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद केंद्र में एक बार फिर से एनडीए की सरकार बनने जा रही है. इस बार के लोकसभा चुनाव में बीजेपी अपने दम पर 272 के जादुई आंकड़े को छू नहीं पाई लेकिन घटक दलों के समर्थन से नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रविवार 9 जून को नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. चुनाव परिणाम आने के बाद एक्जिट पोल को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है.
इसके अलावा सबसे अधिक चर्चा राजनीतिक विश्लेषकों के बयानों की हो रही है. इस बीच चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को भी लोगों ने निशाने पर लिया है. ऐसा इसलिए क्योंकि परिणाम से जुड़ी उनकी भविष्यवाणियां गलत साबित हुई हैं. यहां यह जानना जरूरी होगा कि उन्होंने वोटिंग के दौरान एक इंटरव्यू में बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिलने का दावा किया था.
लोकसभा चुनाव को लेकर प्रशांत किशोर की क्या थी भविष्यवाणियां?
सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफॉर्म पर उठ रहे सवालों पर प्रशांत किशोर ने चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने इंडिया टूडे के एक इंटरव्यू में यह माना कि उनकी भविष्यवाणियां गलत साबित हुईं हैं. उन्होंने पहले दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि इस बार के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को पिछली बार (303) के बराबर या उससे अधिक सीटें मिल सकती हैं. बता दें कि पीके की यह भविष्यवाणी भी गलत साबित हुई. इसके अलावा प्रशांत किशोर ने यह भविष्यवाणी की थी कि बीजेपी इस बार पश्चिम बंगाल में नंबर-1 की पार्टी बनकर उभरेगी जो कि गलत साबित हुई. इतना ही नहीं प्रशांत किशोर ने राजस्थान और महाराष्ट्र को लेकर भी सुझाव दिया था कि इन राज्यों में बीजेपी इतनी सीटें नहीं हारेगी.
‘कोई भी गलत साबित हो सकता है…’
राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर की उपरोक्त तमाम भविष्यवाणियां गलत साबित होने पर उन्होंने मीडिया में सफाई देते हुए कहा- ‘इसमें कोई बड़ी बात नहीं है. कोई भी गलत हो सकता है. उन्होंने आगे कहा कि अखिलेश यादव जो कि इस लोकसभा चुनाव में हीरो बनकर उभरे हैं, उन्होंने विधानसभा में कहा था कि 400 सीटें आएंगी लेकिन 125 सीटें आईं. इसका मतलब यह नहीं कि अखिलेश यादव की राजनीतिक समझ और पकड़ कम हो गई.
लोकसभा चुनाव में हमारे नंबर गलत साबित हुए: पीके
पीके ने अमित शाह का नाम लेते हुए कहा कि उन्होंने बंगाल में 200 सीटें जीतने का दावा किया था, नहीं आईं. इसका मतलब ये नहीं है कि अमित शाह को राजनीतिक समझ नहीं है. प्रशांत किशोर ने राहुल गांधी का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने राजस्थान में 200 सीटें जीतकर बहुमत की सरकार बनाने का दावा किया था लेकिन हार गए. इसका अर्थ ये नहीं है कि राहुल गांधी की कोई राजनीतिक समझ नहीं है. आखिर में पीके ने कहा कि मैं मानता हूं कि इस बार के लोकसभा चुनाव में हमारे नंबर गलत साबित हुए हैं लेकिन जिन लोगों ने यह दावा किया था कि बीजेपी को सिर्फ 180 सीटें आएंगी, वो भी गलत साबित हुए.’
-भारत एक्सप्रेस
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