सूर्य ग्रहण.
Surya Grahan 2024 Date, Place Sutak Kaal: इस साल का दूसरा सूर्य ग्रहण जल्द ही लगने जा रहा है. इससे पहले अप्रैल में 8 तारीख को पहला सूर्य ग्रहण लगा था. उस वक्त यह सूर्य ग्रहण कनाडा, संयुक्त राज्य अमेरिका, मेक्सिको में आंशिक तौर पर दिखाई दिया था. इसके अलावा यह सूर्य ग्रहण उत्तरी अमेरिका, यूरोप, दक्षिण अमेरिका में देखा जा सका था. इस साल दूसरा सूर्य ग्रहण अक्टूबर में लगेगा जो कि वलयाकार ग्रहण होगा. साल के दूसरे सूर्य ग्रहण को रिंग ऑफ फायर का नाम दिया गया है. खगोल शास्त्र में इस प्रकार के सूर्य ग्रहण को अहम महत्व दिया गया है. आइए जानते हैं इस साल लगने वाले दूसरे सूर्य ग्रहण से जुड़ी कुछ खास जानकारियां.
कब लगेगा 2024 का दूसरा सूर्य ग्रहण
साल का दूसरा सूर्य ग्रहण बुधवार, 2 अक्टूबर को लगेगा. हिंदू पंचांग के अनुसार, यह सू्र्य ग्रहण 9 बजकर 13 मिनट से शुरू होगा. जबकि, इस सूर्य ग्रह की समाप्ति सुबह 3 बजकर 17 मिनट पर होगी. ऐसे में वलयाकार सूर्य ग्रहण की कुल अवधि 6 घंटे 4 मिनट की होगी.
वलयाकार सूर्य ग्रहण किसे कहते हैं?
नासा के वैज्ञानिकों के मुताबिक, वलयाकार सूर्य ग्रहण उसे कहते हैं जब चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से ढक नहीं पाता है. ग्रहण की इस स्थिति में सूर्य का बाहरी किनारा चमकदार रिंग के रूप में दिखाई देता है. जिसे आमतौर पर रिंग ऑफ फायर भी कहा जाता है.
सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई देगा या नहीं?
साल के पहले सूर्य ग्रहण की तरह दूसरा सूर्य ग्रहण भी भारत में दिखाई नहीं देगा. आश्विन मास की अमावस्या के दिन लगने वाला साल का दूसरा सूर्य ग्रहण दक्षिणी अमेरिका, अर्जेंटीना, पेरू, चिली, फिजी, मेक्सिको, ब्राजील, न्यूजीलैंड और प्रशांत महासागर के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा.
सूर्य ग्रहण का सूतक भारत में मान्य होगा या नहीं?
चूंकि, इस साल का दूसरा सूर्य ग्रहण भारत में नहीं लगेगा, इसलिए इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा.
2025 में कब-कब लगेगा सूर्य ग्रहण
पंचांग के अनुसार, 2025 में दो सूर्य ग्रहण लगेंगे. साल 2025 का पहला सूर्य ग्रहण शनिवार, 29 मार्च को लगेगा. इसके अलावा 2025 का दूसरा सूर्य ग्रहण सोमवार, 22 सितंबर को लगेगा.
सूर्य ग्रहण के दौरान क्या ना करें?
सूर्य ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ निषेध माना गया है. इसलिए इस दौरान पूजा-पाठ ना करें. हालांकि, सूर्य ग्रहण के दौरान गुरुमंत्र का जाप किया जा सकता है.
सूर्य ग्रहण की समाप्ति के बाद स्नान करना चाहिए. सूर्य ग्रहण का सूतक काल ग्रहण लगने से 12 घंटे पहले शुरू हो जाता है.
सूर्य ग्रहण के सूतक काल के दौरान भोजन नहीं करना चाहिए और न ही इस दौरान खाना पकाना चाहिए.
सूर्य ग्रहण की शुरुआत होने से पहले भोजन में तुलसी के पत्ते या कुश डाल देना चाहिए. ऐसा करने से भोजन पर ग्रहण का प्रभाव नहीं पड़ता है.
सूर्य ग्रहण के तुरंत बाद किसी भी शुभ कार्य का शुभारंभ ना करें.
सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए.
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