पुलिस थाने से स्प्रिट गायब होने का शक
Bihar Police: बिहार के छपरा में जहरीली शराब पीने से 53 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. वहीं कुछ की तो आंखों की रोशनी चली गई थी. लेकिन अब इस मामले में एक चौंकाने वाला वाली बात सामने आई है. ऐसा दावा किया जा रहा है कि पुलिस थाने में रखी गई स्प्रिट को चोरी से गायब करके शराब कारोबारियों को बेच दिया गया. जिसके बाद स्थानीयों लोगों के बीच में चर्चा है कि इसी स्प्रिट से जहरीली शराब को बनाया गया है.
हालांकि, अभी तक इस मामले की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. लेकिन जहरीली शराब हत्याकांड के बाद से पुलिस लगातार शराब कारोबारियों को गिरफ्तार कर रही है,
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पुलिस ने बड़ी मात्रा ने अवैध स्प्रिट की थी जब्त
खबरों के मुताबिक, गांव वालों में ये चर्चा है कि कुछ महीने पहले पुलिस ने बड़ी मात्रा में अवैध स्प्रिट जब्त की थी. इनमें एक स्प्रिट से भरा ड्रम था, जो 210 लीटर स्प्रिट से भरा हुआ था. लेकिन अब वो स्प्रिट थाने से गायब हो गई. गांव वालों को संदेह है कि थाने के चौकीदारों ने इस स्प्रिट से भरे ड्रम को शराब माफियाओं को बेच दिया. जिसके बाद शराब माफियाओं ने इस स्प्रिट से जहरीली शराब बनाकर तैयार कर ली और लोगों के बीच में बेच दी. हालांकि, बताया जा रहा है कि इस मामले पर गांव वाले खुल कर नहीं बोल रहे हैं.
ज्वाइंट कमिश्नर कृष्णा पासवान ने थाने पहुंचकर की जांच
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ज्वाइंट कमिश्नर कृष्णा पासवान और डिप्टी सेक्रेटरी निरंजन कुमार ने थाने पहुंचकर इस मामले जांच की है. उन्होंने ड्रम में मौजूद स्प्रिट के सैंपल को पटना जांच के लिए भेज दिया है. वहीं गांव वालों के आरोप के अब इस मामले की जांच शुरु कर दी गई है.
हालांकि सारण के आरक्षी अधीक्षक संतोष कुमार इस बात से साफ इंकार करते हुए कहते है कि ये पुलिस को बरगलाने ,हमारा ध्यान भटकाने का प्रयास है जो शराब माफियाओ द्वारा किया जा रहा है ,किसी के पास कोई साक्ष्य नही है कि थाने से जब्त स्प्रिट गायब हुई है.
जहरीली हत्याकांड मामले में SIT गठित
वहीं जहरीली शराब मामले की जांच के लिए एसआईटी (SIT) गठित कर दी गई है. एक अतिरिक्त एसपी (SP) इस टीम का नेतृत्व करेंगे. पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने मीडिया को बताया कि एसआईटी में कुल 31 पुलिस अफसरों को शामिल किया गया है. इसमें तीन डीएसपी (DSP) स्तर के अधिकारी भी शामिल हैं.