काव्यांजलि और नीरज सम्मान समारोह के दौरान भारत एक्सप्रेस के चेयरमैन, सीएमडी और एडिटर इन चीफ उपेंद्र राय.
Bharat Express CMD Upendra Rai Speech: देश के महान कवि, गीतकार और लेखक गोपाल दास ‘नीरज’ की छठी पुण्यतिथि पर राजधानी दिल्ली स्थित प्रेस क्लब में ‘काव्यांजलि’ और ‘नीरज सम्मान समारोह’ का आयोजन हुआ. इसमें भारत एक्सप्रेस के चेयरमैन एवं एडिटर इन चीफ उपेंद्र राय सहभागी रहे. वे गोपालदास नीरज फाउंडेशन ट्रस्ट के संरक्षक भी हैं.
समारोह के दौरान भारत एक्सप्रेस के चेयरमैन एवं एडिटर इन चीफ उपेंद्र राय ने गोपालदास नीरज के साथ अपनी पहली मुलाकात के बारे में बताते हुए कहा, ‘एक दिन था, 2010 में 11 फरवरी… उस रोज इंदौर शहर में नीरज जी से मेरी पहली मुलाकात हुई. नीरज जी तब मंच पर अकेले थे. कवि सम्मेलन चलता रहा. उसी दौरान टेलीफोन से उनके पूरे परिवार से हमारा परिचय हुआ. तब का दिन था और अब हम एक परिवार की तरह ही रहते हैं. सुख-दुख बांटते हैं. हम हमेशा जुड़े रहते हैं.’
गोपाल दास ‘नीरज’ के जीवन से जुड़ा अनूठा किस्सा
उन्होंने आगे बताया, ‘नीरज साहब के आखिरी दिनों में भी मेरी उनसे मुलाकात हुई थी. अब कार्यक्रमों में मैं हर बार नीरज साहब के जीवन से जुड़ा अनूठा किस्सा सुनाता हूं. नीरज साहब बहुत बड़े ज्योतिषी भी थे. कमाल के एस्ट्रोलॉजर थे. उनके एक दोस्त जो डॉक्टर थे, उनको कैंसर डिटेक्ट हुआ. इससे डॉक्टर साहब बड़े चिंतित हो गए. तब नीरज जी ने उनसे कहा कि तुम अपनी कुंडली दिखाओ! तब नीरज जी ने उनकी कुंडली देखी और बोले कि तुम्हें कैंसर जैसी बीमारी हो ही नहीं सकती. आप मेरे कहने पर दोबारा बीमारी की जांच कराओ. अगर कैंसर तुम्हें दोबारा निकल आया तो मैं जीवन में कुंडली देखना छोड़ दूंगा. तब डॉक्टर साहब ने दोबारा चेकअप कराया तो उनकी कैंसर की रिपोर्ट निगेटिव आई. महाकवि गोपालदास नीरज गुणों की खान थे.’
‘जावेद साहब बड़ी शख्सियत, मैं उनसे प्रभावित हुआ’
गीतकार और पटकथा लेखक जावेद अख्तर के बारे में CMD उपेंद्र राय ने कहा, ‘आज जावेद अख्तर साहब को सम्मानित किया गया. उसी प्रकार अन्नू कपूर साहब ने भी मंच की शोभा बढ़ाई. जावेद साहब बहुत बड़ी शख्सियत हैं. मैं कह सकता हूं कि मैंने अपने जीवन में कुछ वक्ताओं, जिनसे मैं प्रभावित हुआ हूं, उनमें मैं ओशो आचार्य का नाम सबसे पहले लेता हूं. दूसरे नंबर पर मैं अटल बिहारी वाजपेयी का नाम लेता हूं और तीसरे नंबर पर मैं जावेद अख्तर साहब का नाम लेता हूं. उनकी जो वाककला है, मर्मज्ञता है विषय के बारे में वो कमाल की है. चौथे नंबर पर मैं अपने बड़े भाई कुमार विश्वास का नाम लेता हूं. पिछले साल अन्नू कपूर साहब ने संबोधन दिया था. वो भी कमाल का था. मैं जिन्हें अब सुनता हूं, उनमें अन्नू कपूर भी हैं.’
काव्यांजलि कार्यक्रम से संबंधित पूरा वीडियो यहां देखिए-
— भारत एक्सप्रेस
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