प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच करीब 10 महीने से जंग जारी है. दोनों देश पीछे हटने को तैयार नहीं है. यूक्रेन के कई खूबसूरत शहर खंडहर में तब्दील हो चुके हैं. युद्ध में हजारों सैनिक और नागरिक मारे जा चुके हैं. वहीं सैकड़ों लोग बेघर भी हो चुके हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन समेत दुनिया के कई नेताओं ने अंदेशा जताया था कि रूस परमाणु हथियार का इस्तेमाल कर सकता है.
इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परमाणु हथियारों के उपयोग को लेकर चिंता जताई जताई थी. पीएम मोदी ने वैश्विक तबाही को लेकर रूस को अगाह किया था. भारतीय प्रधानमंत्री के उस बयान ने रूस पर गहरी छाप छोड़ी. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और वहां के दूसरे नेताओं को लगा कि नरेंद्र मोदी की बात सही है. युद्ध का समाधान परमाणु हमला नहीं है.
परमाणु हथियारों के हमले पर पीएम मोदी का रूस को दिये गए सलाह की तारीफ अब अमेरिकी खुफिया एजेंसी (CIA) कर रही है. सीआईए के निदेशक बिल बर्न्स ने कहा है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परमाणु हथियारों के उपयोग को लेकर गहरी चिंता जताई थी, उनके विचारों का रूस पर गहरा प्रभाव पड़ा है. यही वजह है कि रूस और यूक्रेन के बीच 24 फरवरी से चल रही जंग में परमाणु हथियारों का इस्तेमाल नहीं किया गया है. सीआईए के निदेशक बिल बर्न्स ने एक साक्षात्कार में कहा कि मुझे लगता है कि ये सब डराने के लिए है. आज हमें सामरिक परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की योजना का कोई सबूत नहीं दिख रहा है.
दरअसल, सीआईए के निदेशक बिल का बयान रूसी राष्ट्रपति पुतिन के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने परमाणु हमले की धमकी दी थी. क्रेमलिन में रूस की मानवाधिकार परिषद की बैठक में पुतिन ने कहा था कि वह मॉस्को के परमाणु हथियार को उकसावे के बजाय समाधान मानते हैं.
ये भी पढ़ें : UNSC में लताड़ से बौखलाया पाक, बिलावल भुट्टो ने पीएम मोदी पर की अपमानजनक टिप्पणी
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से ही भारत बातचीत और कूटनीति के जरिये मामला सुलझाने की बात भारत करता रहा है. 16 दिसंबर को रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ टेलीफोन पर बातचीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध का एकमात्र समाधान कूटनीति बताया था.
-भारत एक्सप्रेस
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.