भारत एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क के ऊर्जा समिट में राज्य के डिप्टी सीएम देवेन्द्र फडणवीस. इनसेट में सीएमडी उपेंद्र राय.
Bharat Express Urja Summit: बुधवार को हुए ऊर्जा समिट में शामिल महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस का स्वागत भारत एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क के चेयरमैन, सीएमडी और एडिटर-इन-चीफ उपेंद्र राय ने फूलों का गुलदस्ता देकर किया. इस पर देवेंद्र फडणवीस ने सीएडी उपेंद्र राय का आभार व्यक्त किया.
इस दौरान दोनों के बीच अहम मुद्दों पर बातें हुईं. फडणवीस ने राज्य में अपनी सरकार के विकास कार्यों पर बात की और खुद को आधुनिक युग का अभिमन्यु बताया.
ऊर्जा समिट में पहुंचे देवेंद्र फडणवीस की प्रशंसा करते हुए सीएमडी उपेंद्र राय ने दो शायरियां सुनाईं. उन्होंने कहा, ‘हजार बर्क (बिजली) गिरें, हजार आंधियां उट्ठें, वो फूल खिल के रहेंगे जो खिलने वाले हैं’. इसके बाद उन्होंने एक और शेर पढ़ा, ‘हज़ारों साल नर्गिस अपनी बे-नूरी पे रोती है. बड़ी मुश्किल से होता है चमन में दीदा-वर पैदा.’
कौन-सी योजनाएं आपने शुरू कीं, कुछ परियोजनाएं क्यों अटकीं?
सीएमडी उपेंद्र राय ने उनसे पूछा, ‘मुंबई को ट्रांसफॉर्म करने के लिए 2014 में जब आप मुख्यमंत्री बने तो किन योजनाओं को पूरा करने में आप सफल हुए? अभी जो मुंबई कोस्टल रोड प्रोजेक्ट चल रहा है, बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट में भी, कहीं कोई बाधा लग रही है, इसके अलावा बिजली के लिए परमाणु संयंत्र की परियोजना थी, उसमें भी रुकावट आई, वो कैसे आई?’
जवाब देते हुए डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस बोले, ‘हम आज एक ऊर्जावान भारत देख रहे हैं, जिसकी शुरुआत 2014 में हुई. मैं 2014 में महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बना. आज जो ट्रांसफॉर्मेशन हम देख रहे हैं, इसमें से कोई मेरा आइडिया नहीं है. मुंबई के लिए किसी भी आइडिया की शुरुआत मैंने नहीं की है. ये चीजें बहुत पहले कंसीव हुई थीं, लेकिन कोई कर नहीं पा रहा था.’
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के पास बने अटल सेतु के बारे में बताते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘मसलन आज जो 22 किलोमीटर का अटल सेतु है, इसका विचार सबसे पहले नेहरू जी के जमाने में आया, जिसका खाका जेआरडी टाटा ने तैयार किया था. अटल सेतु बनाते समय तमाम अड़चनें आईं. हमने इसके लिए सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ी.’
हमने अटल सेतु को कागज से धरातल पर उतारा: फडणवीस
फडणवीस ने कहा, ‘अटल सेतु बनाने का खाका 1972 में खींचा गया था. हमारी सरकार ने अटल सेतु को कागज से निकालकर धरातल पर उतारा. इसके निर्माण में 17,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत आई है. इसमें फ्रांस के फेमस एफिल टॉवर से 17 गुना ज्यादा स्टील का इस्तेमाल किया गया है. यह पुल देश के सबसे लंबे पुलों में से एक है.’
पहली किसान ऊर्जा कंपनी का निर्माण किया
फडणवीस बोले, ‘हमने बड़े प्रोजेक्ट्स के लिए वॉर रूम तैयार किया. उन्होंने कहा कि हमने देश में पहली किसान ऊर्जा कंपनी का निर्माण किया है. इसके अलावा 5 साल में 22 किलोमीटर कोस्टल रोड तैयार किया है. मुंबई समेत राज्यभर में सड़कों का जाल बिछा है.’
फडणवीस ने कहा, ‘महाराष्ट्र आज 30 हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन कर रहा है. हमारी योजना ऐसी है कि अब हम बिजली खरीद में 10 हजार करोड़ रुपये बचाएंगे. उन्होंने कहा कि राज्य को 1 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने के लिए और 8 हजार मेगावाट बिजली उत्पादन की जरूरत होगी. उन्होंने कहा कि हम सूबे में एग्रीकल्चर सेक्टर को सोलर ऊर्जा से जोड़ने की तैयारी कर रहे हैं. साथ ही ग्रीन हाईड्रोजन की पहल शुरू की है.’
‘मैं आधुनिक काल का अभिमन्यु हूं, चक्र से निकलना जानता हूं’
बातचीत के दौरान महाराष्ट्र के डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस ने खुद को आधुनिक संसार का अभिमन्यु बताया. उन्होंने कहा, ‘मैं आधुनिक अभिमन्यु हूं, चक्रव्यूह से निकलना भी जानता हूं और तोड़ना भी जानता हूं.’ इस दौरान उद्धव ठाकरे का नाम लिए बिना फडणवीस ने कहा कि वे (उद्धव) सिर्फ मुख्यमंत्री बनने के लिए कांग्रेस के साथ गए थे.
मौजूदा सरकार में मजबूत सुरक्षा व्यवस्था का जिक्र करते हुए फडणवीस ने कहा कि हमसे पहले का दौर ऐसा था कि देश के सबसे बड़े उद्योगपति के घर के बाहर पुलिस बम रखती थी. जब पुलिस ऐसा काम करेगी तो उद्योगपति दूसरे स्टेट में जाएंगे. हमने व्यवस्था को दुरुस्त किया.
-भारत एक्सप्रेस
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