डोनाल्ड ट्र्ंप (फाइल फोटो)
US Elections: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं और अब इसके लिए बहुत ही कम वक्त शेष रह गया है लेकिन इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति और रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप की जीवनी पर आधारित विवादित फिल्म ‘द अप्रेंटिस’ रिलीज होने के लिए तैयार है. माना जा रहा है कि ये फिल्म अमेरिका की राजनीति पर काफी असर डाल सकती है.
मालूम हो कि अमेरिका में 10 सितंबर को चुनाव से पहले की आखिरी और सबसे बड़ी प्रेसिडेंट डिबेट होनी है. डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस राष्ट्रपति की प्रबल दावेदार मानी जा रही हैं. युवाओं में उनकी काफी लोकप्रियता है. विदेशी मीडिया के मुताबिक रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी.
अक्टूबर में रिलीज होगी ये फिल्म
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह फिल्म अमेरिका में नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से कुछ हफ्ते पहले अक्टूबर में अमेरिकी और कनाडाई सिनेमाघरों में रिलीज होगी. द हॉलीवुड रिपोर्टर की रिपोर्ट के मुताबिक, इस संवेदनशील फिल्म को ब्रियर क्लिफ एंटरटेनमेंट द्वारा 11 अक्टूबर को चुनाव से पहले रिलीज करने की तैयारी है. ब्रियर क्लिफ एंटरटेनमेंट कैलिफोर्निया के सांता मोनिका, में स्थित एक इंडी डिस्ट्रीब्यूटर है. समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, अली अब्बासी द्वारा निर्देशित और वैनिटी फेयर द्वारा लिखित इस फिल्म में एमी अवॉर्ड के लिए नामांकित अभिनेता सेबेस्टियन स्टेन ट्रम्प की भूमिका में हैं.
कान्स प्रतियोगिता में पिछड़ गई थी ये फिल्म
लॉस एंजिल्स टाइम्स के अनुसार, फिल्म कान्स प्रतियोगिता में पिछड़ गई और इस पर विवाद खड़ा हो गया था. मालूम हो कि मई में कान्स फिल्म फेस्टिवल में प्रीमियर हुई ‘द अप्रेंटिस’ 1970 और 1980 के दशक में न्यूयॉर्क में एक रियल एस्टेट बिजनेसमैन के रूप में ट्रंप के करियर का उल्लेख करती है. लॉस एंजिल्स टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, फिल्म की रिलीज की घोषणा के बाद, ट्रंप के संचार निदेशक स्टीवन चेउंग ने इसे कचरा और काल्पनिक बताया है. साथ ही इस फिल्म को रिलीज से रोकने के लिए फिल्म निर्माताओं के खिलाफ मुकदमा दायर करने का भी फैसला किया है.
कान्स फिल्म फेस्टिवल में भी दिखाई गई थी ये फिल्म
ये फिल्म कान्स फिल्म फेस्टिवल में भी दिखाई गई थी. इसके बाद ‘द अप्रेंटिस’ ने कनाडा, यूरोप और एशिया के कुछ हिस्सों में डिस्ट्रीब्यूटर्स मिल गए, लेकिन फिल्म को अमेरिका में विरोध का सामना करना पड़ा, क्योंकि नर्वस स्टूडियो, स्ट्रीमर और इंडी डिस्ट्रीब्यूटर- ट्रम्प और उनके प्रशंसकों का समर्थन हासिल करने में नाकाम रहे. रिपोर्ट में कहा गया है कि महीनों की बातचीत के बाद ब्रियरक्लिफ ने कदम बढ़ाया और फिल्म के घरेलू डिस्ट्रीब्यूटर के अधिकार हासिल कर लिए.
-भारत एक्सप्रेस
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