हरविंदर सिंह
Paris Paralympics 2024: टोक्यो 2020 के कांस्य पदक विजेता हरविंदर सिंह ने पुरुषों की व्यक्तिगत रिकर्व ओपन में स्वर्ण पदक जीतकर भारत के लिए एक और इतिहास रच दिया. वे पैरालंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय तीरंदाज बन गए हैं. तीन साल पहले टोक्यो पैरालंपिक खेलों में कांस्य पदक जीतने वाले हरविंदर सिंह ने लगातार और शानदार प्रदर्शन करते हुए बुधवार को फाइनल में पोलैंड के लुकास सिसजेक को 6-0 से हराकर स्वर्ण पदक जीता.
पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय तीरंदाज
इस उपलब्धि के साथ, हरविंदर पैरालंपिक और ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले और एकमात्र भारतीय तीरंदाज बन गए. वे पैरालंपिक के लगातार संस्करणों में पदक हासिल करने वाले पहले और एकमात्र तीरंदाज भी हैं.
हरविंदर के स्वर्ण पदक ने पेरिस में भारत के पदकों की संख्या 22 कर दी है, जिसमें चार स्वर्ण, आठ रजत और 10 कांस्य शामिल हैं. इस प्रकार भारत स्टैंडिंग में 15वें स्थान पर पहुंच गया है. सचिन खिलाड़ी द्वारा दिन में रजत पदक जीतने के बाद हरविंदर ने स्वर्ण पदक जीता है.
हरविंदर सिंह ने चीनी ताइपे के सेंग लुंग हुई को 7-3 से पराजित करने के बाद प्री क्वार्टरफाइनल में इंडोनेशिया के सेतियावान सेतियावान को 6-2 से हराया था. फिर उन्होंने क्वार्टरफाइनल में कोलंबिया के हेक्टर जूलियो रमीरेज को 6-2 से शिकस्त दी. फिर हरविंदर ने सेमीफाइनल में ईरान के प्रतिद्वंद्वी मोहम्मद रेजा अरब अमेरी को 7-3 से हराकर फाइनल में एंट्री की.
हरविंदर सिंह का सफर
हरियाणा के कैथाल जिले के एक किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले हरविंदर जब डेढ़ साल के थे तो उन्हें डेंगू हो गया था और उसके उपचार के लिए उन्हें इंजेक्शन लगवाने पड़े. दुर्भाग्य से इन इंजेक्शन के साइड-इफ़ेक्ट से उनके पैरों की गतिशीलता चली गई. अपनी शारीरिक चुनौतियों के बावजूद वह तीरंदाजी में आ गए और 2017 पैरा तीरंदाजी विश्व चैंपियनशिप में पदार्पण में सातवें स्थान पर रहें.
उन्होंने 2018 जकार्ता एशियाई पैरा खेलों में स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहे. Covid-19 महामारी के दौरान लगे लॉकडाउन में उनके पिता ने अपने खेत को तीरंदाजी रेंज में बदल दिया ताकि वह ट्रेनिंग कर सकें. हरविंदर ने तीन साल पहले तोक्यो पैरालंपिक खेलों में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया क्योंकि यह भारत का पैरालंपिक में पहला तीरंदाजी पदक था. तीरंदाजी के साथ-साथ वह इकोनॉमिक्स में पीएचडी की डिग्री भी ले रहे हैं.
पेरिस पैरालंपिक 2024 में अब तक भारत के पदक
1. अवनि लेखरा (शूटिंग)- गोल्ड मेडल, वूमेन्स 10 मीटर एयर राइफल (SH1)
2. मोना अग्रवाल (शूटिंग)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स 10 मीटर एयर राइफल (SH1)
3. प्रीति पाल (एथलेटिक्स)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स 100 मीटर रेस (T35)
4. मनीष नरवाल (शूटिंग)- सिल्वर मेडल, मेन्स 10 मीटर एयर पिस्टल (SH1)
5. रुबीना फ्रांसिस (शूटिंग)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स 10 मीटर एयर पिस्टल (SH1)
6. प्रीति पाल (एथलेटिक्स)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स 200 मीटर रेस (T35)
7. निषाद कुमार (एथलेटिक्स)- सिल्वर मेडल, मेन्स हाई जंप (T47)
8. योगेश कथुनिया (एथलेटिक्स)- सिल्वर मेडल, मेन्स डिस्कस थ्रो (F56)
9. नितेश कुमार (बैडमिंटन)- गोल्ड मेडल, मेन्स सिंगल्स (SL3)
10. मनीषा रामदास (बैडमिंटन)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स सिंगल्स (SU5)
11. थुलासिमथी मुरुगेसन (बैडमिंटन)- सिल्वर मेडल, वूमेन्स सिंगल्स (SU5)
12. सुहास एल यथिराज (बैडमिंटन)- सिल्वर मेडल, मेन्स सिंगल्स (SL4)
13. शीतल देवी-राकेश कुमार (तीरंदाजी)- ब्रॉन्ज मेडल, मिक्स्ड कंपाउंड ओपन
14. सुमित अंतिल (एथलेटिक्स)- गोल्ड मेडल, मेन्स जैवलिन थ्रो (F64)
15. नित्या श्री सिवन (बैडमिंटन)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स सिंगल्स (SH6)
16. दीप्ति जीवनजी (एथलेटिक्स)- ब्रॉन्ज मेडल,वूमेन्स 400m (T20)
17. मरियप्पन थंगावेलु (एथलेटिक्स पुरुष ऊंची कूद)- ब्रॉन्ज मेडल, (T63)
18. शरद कुमार (एथलेटिक्स पुरुष ऊंची कूद)- सिल्वर मेडल, (T63)
19. अजीत सिंह (एथलेटिक्स पुरुष भाला फेंक)- सिल्वर मेडल, (F46)
20. सुंदर सिंह गुर्जर (एथलेटिक्स पुरुष भाला फेंक)- ब्रॉन्ज मेडल, (F46)
21. सचिन सरजेराव खिलारी (एथलेटिक्स पुरुष शॉट पुट)- सिल्वर मेडल, (F46)
22. हरविंदर सिंह (तीरंदाजी)- गोल्ड मेडल, मेन्स इंडिविजुअल रिकर्व ओपन
-भारत एक्सप्रेस
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