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Heartwarming Story: कश्मीरी किसान ने 5 साल तक पाई-पाई जोड़ी, फिर PM मोदी को उपहार में दिया फेरन

जम्मू-कश्मीर में फेरन खास तरीके का पोशाक होता है, जिसे कपड़ों के ऊपर एक जैकेट की तरह पहना जाता है, जो ठंड से बचाता है. यह घुटने तक लंबा होता है. कश्मीरी किसान इरशाद ने एक उपहार स्वरूप इसे पीएम नरेंद्र मोदी को दिया.

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कश्मीरी किसान ने दिया पीएम मोदी को तोहफा

Jammu Kashmir News: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के बीच एक कश्मीरी किसान इरशाद हुसैन नाइकू का नाम सुर्खियों में है. इरशाद वो शख्स हैं, जिन्होंने पांच साल तक पाई-पाई जोड़कर एक विशेष परिधान (फेरन/फिरन) तैयार करवाया और फिर उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तोहफे में दिया.

कश्मीर घाटी में बना फेरन PM को तोहफे में मिला

पीएम मोदी ने इरशाद हुसैन नाइकू के द्वारा भेजे गए कश्मीर घाटी के पारंपरिक परिधान ‘फेरन’ को पहना. उन्होंने दिल खोलकर उस इरशाद की तारीफ की. बता दें कि फेरन एक कश्मीरी पारंपरिक पोशाक होता है, जिसे बीते दिनों पीएम मोदी ने जम्मू कश्मीर में अपनी रैली के दौरान पहना था. इस बात से किसान इरशाद काफी खुश हैं. उन्होंने कहा कि मैं कई सालों से पीएम मोदी से मिलना चाहता था.

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अनंतनाग के एक खेतिहर मजदूर हैं इरशाद हुसैन नाइकू

अनंतनाग में खेती करते हैं इरशाद हुसैन नाइकू

इरशाद हुसैन नाइकू अनंतनाग में खेती करने वाले मजदूर हैं. उन्होंने साल 2013 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का सपना देखा था. आर्थिक तंगी के बावजूद उन्होंने प्रधानमंत्री के लिए स्पेशल गिफ्ट बनवाया. इसके लिए उन्होंने 4 से 5 साल तक एक-एक रुपया जोड़ा. कुछ वर्ष उन्होंने सोचा कि प्रधानमंत्री को गिफ्ट में क्या भेंट किया जाए. फिर उन्हें ख्याल आया कि प्रधानमंत्री के लिए पारंपरिक पोशाक ‘फेरन’ ठीक रहेगा.

‘अपने पिता की नाप का फेरन PM के लिए बनवाया’

इरशाद कहते हैं, “मैं बाजार से ‘फेरन’ के लिए कपड़ा लेकर आया था. लेकिन, एक दुविधा का सामना करना पड़ा. क्योंकि, कपड़ा सिलवाने के लिए मेरे पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का माप नहीं था. मुझे नहीं पता था कि प्रधानमंत्री किस साइज के कपड़े पहनते हैं. फिर मुझे लगा कि मेरे पिता की कद-काठी प्रधानमंत्री के शरीर से काफी मिलती-जुलती है. इसलिए, मैं अपने पिता को नाप के लिए दर्जी के पास ले गया. इस तरह पीएम मोदी के लिए फेरन हुआ. फिर मैं फेरन लेकर दिल्ली पहुंचा.”

‘दिल्ली से बिना मिले लौटे तो कोरियर से भेजा गिफ्ट’

बकौल इरशाद, “दिल्ली में जब हम पीएमओ पहुंचे तो वहां सुरक्षा कारणों से प्रधानमंत्री से मिल नहीं पाए. हमें वापस कश्मीर लौटना पड़ा. हालांकि, हमने ये तय कर लिया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्पेशल गिफ्ट भेज कर रहेंगे.”
फिर उन्होंने कोरियर के माध्यम से पीएम मोदी को अपना स्पेशल गिफ्ट भेजा. साथ में एक चिट्ठी भी भेजी. कुछ दिनों के बाद जब वह खेत में काम कर रहे थे. उन्हें दिल्ली पीएमओ से फोन आया.

इरशाद को बताया गया कि “आपने जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए गिफ्ट भेजा था, उसे प्रधानमंत्री ने पहना है और वह अभी कश्मीर में हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फेरन को पहनकर श्रीनगर में एक रैली को संबोधित कर रहे हैं.”

‘PM ने फेरन पहना, मेरा सपना साकार हो गया’

इरशाद ने बताया कि जिस वक्त यह कॉल आया तो मुझे विश्वास नहीं हुआ कि प्रधानमंत्री ने वह उपहार पहना है. वह शाम को घर लौटे तो उन्हें अपने एक दोस्त से कहा कि आज मेरा सपना साकार हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेरे द्वारा भेजे गए उपहार को पहना है. टीवी ऑन करो, मुझे देखना है. इरशाद को आज भी वह दिन याद है जब उसका तोहफा प्रधानमंत्री ने पहना था.

‘जम्मू-कश्मीर में भी गुजरात जैसी खूब तरक्की हो’

इरशाद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों के लिए बहुत काम किया है. उनके नेतृत्व में गुजरात में बहुत तरक्की हुई है. मैं चाहता हूं कि जम्मू-कश्मीर में भी गुजरात जैसी तरक्की हो.

— भारत एक्सप्रेस



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