Chandrayaan-4: भारत चंद्रमा पर अपना अगला मिशन भेजने की तैयारी में है. चंद्रयान-1, चंद्रयान-2 और चंद्रयान-3 के बाद अब आने वाले समय में चंद्रयान-4 लॉन्च किया जाएगा. इसके लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को फंड मुहैया कराने पर कदम बढ़ाया है.
जल्द शुरू किए जाएंगे चार महत्वपूर्ण अंतरिक्ष अभियान
एस सोमनाथ ने बताया कि इसरो द्वारा चार महत्वपूर्ण अंतरिक्ष अभियान शुरू किए जाएंगे. इनमें चंद्रयान-4, वीनस ऑर्बिटर मिशन (वीओएम), नेक्स्ट जेनरेशन लॉन्च व्हीकल (एनजीएलवी) और भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन की पहली इकाई का निर्माण कार्य शामिल है. उन्होंने बताया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बीते 18 सितंबर को इन अभियानों को हरी झंडी दे दी है.
चांद पर उतरना और वापस आना चंद्रयान-4 मिशन का हिस्सा
सोमनाथ ने चंद्रयान-4 को विशेष परियोजना बताते हुए कहा, “इस बार, हम चंद्रमा पर जाएंगे और वापस लौटेंगे. यह एक अतिरिक्त चुनौती है. चंद्रयान-3 में हमने चंद्रमा पर लैंडिंग की और प्रयोग किए, यही अंतर है. चंद्रमा पर उतरना और वापस आना इस परियोजना की चुनौती है.”
गगनयान की वर्तमान स्थिति के बारे में सोमनाथ ने कहा कि इसरो पहले मानव रहित मिशन की तैयारी कर रहा है. पहला मानव रहित मिशन सीआरएम के द्वारा होगा, इसके बाद दो और मानव रहित मिशन होंगे, जो मानव मिशन की ओर बढ़ेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि रॉकेट तैयार है और क्रू मॉड्यूल का एकीकरण चल रहा है.
इसरो द्वारा शुक्रयान भी किया जाएगा लॉन्च
सोमनाथ ने शुक्र ग्रह पर मिशन के बारे में कहा कि भारत में वैज्ञानिकों के बीच इस मिशन में रुचि है. देश में प्रयोगशालाओं और अन्य क्षेत्रों के लिए पर्याप्त संख्या में ऐसे लोग हैं, जो इसमें रुचि रखते हैं. इसलिए हमने कार्यशालाएं आयोजित की, ताकि यह देखा जा सके कि देश में किस प्रकार की वैज्ञानिक रुचि है. उसके आधार पर हमने अपने लक्ष्यों की पहचान की है और इसके अनुसार, उपकरणों को तैयार किया है.
- भारत एक्सप्रेस
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