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Space Science

सौरमण्‍डल में शक्तिशाली तूफान आया है, वो स्‍पेस एजेंसियों के रिकवरी प्रयासों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है. उसके कारण धरती पर रेडियो ब्लैकआउट, बिजली ग्रिड पर दबाव और जीपीएस सेवाओं में गिरावट आने का खतरा है.

केंद्र सरकार इसरो को चंद्रयान-4 मिशन के लिए फंड मुहैया करायेगी. इसे 2027 में लॉन्च किया जाएगा. उसके बाद भारत अंतरिक्ष में अपना यात्री भी भेजेगा. चंद्रयान-4 चंद्रमा के नमूने जुटाएगा, और सुरक्षित पृथ्वी पर वापसी करेगा.

Video: तमिलनाडु स्थित एक स्टार्ट-अप ने हाल ही में भारत का पहला फिर से प्रयोग किया जा सकने वाला हाइब्रिड रॉकेट RHUMI 1 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया है. यह ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन पर शोध को आगे बढ़ाएगा.

केरल में जन्में राधाकृष्णन ने अपनी आत्मकथा में बताया कि कैसे मानसिक दबाव की स्थिति में उन्हें शास्त्रीय गायन ने सहारा दिया.

यूरेनस साल 1781 में खगोलशास्त्री विलियम हर्शेल ने खोजा था. हालांकि उन्होंने शुरू में सोचा था कि यह या तो धूमकेतु है या फिर तारा. दो साल बाद खगोलशास्त्री जोहान एलर्ट बोडे के रिसर्च के बाद इसे एक नए ग्रह के रूप में स्वीकार किया गया था.

मई की शुरूआत में चीन ने अपना चैंग'ई-6 मिशन लॉन्च किया था. उसका मकसद चांद के सबसे दूर वाले हिस्से (जहां अंधेरा होता है) पर जाकर सैंपल इकट्ठे करके वापस धरती पर लाना था, वो मिशन 53 दिन बाद पूरा हो गया है.

US Scientist Dr Avi Loeb on alien mystery: खगोलविज्ञानियों की सोच अंतरिक्ष के रहस्यों को खंगालने के लिए दूर तक जाती है. एक वैज्ञानिक Dr Avi Loeb के मुताबिक, दूसरे ग्रह से पृथ्वी पर आया रहस्यमय पिंड समुद्र में समा गया.

अभी तक के तमाम अनुसंधान और खोज के आधार पर कहा जा सकता है कि चांद पर जीवन बिल्कुल भी संभव नहीं है. यहां पर धरती की तरह वायुमंडल का नहीं होना, रेडिएशन और तापमान जैसी बुनियादी वजहें ऐसी हैं जो जीवन की संभावना को खारिज करती हैं.