फिल्म निर्माता किरण राव की सोशल सटायर फिल्म लापता लेडीज (Laapataa Ladies) को Film Federation of India द्वारा ऑस्कर 2025 (Oscars 2025) के लिए भारत की आधिकारिक एंट्री के तौर पर चुना गया है.
ऑस्कर मार्च 2025 में आयोजित होने वाला है. इस फिल्म का चयन 12 हिंदी फिल्मों, 6 तमिल और 4 मलयालम फिल्मों में से किया गया है. यह फिल्म 29 फिल्मों के साथ प्रतिस्पर्धा कर रही थी, जिनमें ‘एनिमल’, ‘किल’, ‘कल्कि 2898 AD’, ‘श्रीकांत’, ‘चंदू चैंपियन’, ‘जोराम’, ‘मैदान’, ‘सैम बहादुर’, ‘आर्टिकल 370’, मलयालम फिल्म ‘आट्टम’ और पायल कपाड़िया की ‘ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट’ शामिल है.
असमिया निर्देशक जाह्नू बरुआ की अध्यक्षता में 13 सदस्यीय चयन जूरी ने ‘लापता लेडीज’ के पक्ष में फैसला किया. फिल्म में कई नए चेहरे थे. नितांशी गोयल, प्रतिभा रांटा, स्पर्श श्रीवास्तव, छाया कदम और रवि किशन ने इसमें अभिनय किया है. ‘लापता लेडीज’ का निर्माण किरण राव, आमिर खान और ज्योति देशपांडे ने किया है.
टीम के अथक परिश्रम का प्रमाण
ऑस्कर में भारत की आधिकारिक एंट्री के रूप में लापता लेडीज के चुने जाने पर किरण राव (Kiran Rao) ने कहा, ‘यह मेरी पूरी टीम के अथक परिश्रम का प्रमाण है, जिनके समर्पण और जुनून ने इस कहानी को जीवंत कर दिया. सिनेमा हमेशा से दिलों को जोड़ने, सीमाओं को पार करने और सार्थक बातचीत को प्रज्वलित करने का एक शक्तिशाली माध्यम रहा है.’
उन्होंने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि यह फिल्म दुनिया भर के दर्शकों को पसंद आएगी, जैसा कि भारत में आई है. मैं आमिर खान प्रोडक्शंस और जियो स्टूडियोज का तहे दिल से शुक्रिया अदा करती हूं. इस कहानी को बताने के लिए मेरी प्रतिबद्धता को साझा करने वाले पेशेवरों की ऐसी भावुक और प्रतिभाशाली टीम के साथ काम करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है.’
जापान में रिलीज होगी फिल्म
वहीं ‘लापता लेडीज’ 4 अक्टूबर को जापान में रिलीज होने के लिए तैयार है और फिल्म निर्माता ने कहा था कि वह जापानी सिनेमा की प्रशंसक हैं. किरण ने कहा, ‘मैं रोमांचित हूं कि ‘लापता लेडीज’ जापान में रिलीज हो रही है. मैं जापानी सिनेमा की बहुत बड़ी प्रशंसक हूं. मुझे उम्मीद है कि जापानी दर्शक भी इस फिल्म से उतने ही भावनात्मक तरीके से जुड़ पाएंगे, जैसे की हम जुड़ पाए.’
पिछले साल प्रतिष्ठित टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (TIFF) में लापता लेडीज की स्क्रीनिंग की गई थी. यह फिल्म बीते 1 मार्च को भारत के सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी. इस फिल्म ने सिनेमाघरों में 100 से अधिक दिनों तक दर्शकों को आकर्षित किया. फिल्म को आलोचकों और दर्शकों दोनों ने सराहा है. बॉक्स ऑफिस पर बहुत ज्यादा कमाई न करने के बावजूद स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज होने के बाद फिल्म को जबरदस्त चर्चा मिली थी.
दो दुल्हनों की कहानी
यह फिल्म दो दुल्हनों की कहानी पर आधारित है. यह स्लाइस-ऑफ-लाइफ कॉमेडी है. इस कहानी में एक ही ट्रेन में सफर कर रहीं दो दुल्हनें आपस में बदल जाती हैं. एक किसी दूसरे दुल्हे के साथ उसके घर चली जाती है, वहीं एक रेलवे स्टेशन पर ही रुककर अपने पति का इंतजार करती है.
यह फिल्म आमिर खान प्रोडक्शंस और किंडलिंग प्रोडक्शंस के बैनर तले बनाई गई है, जिसकी पटकथा बिप्लब गोस्वामी की एक पुरस्कार विजेता कहानी पर आधारित है. इसकी कहानी और संवाद स्नेहा देसाई ने लिखे हैं, जबकि अतिरिक्त संवाद दिव्यनिधि शर्मा ने लिखे हैं.
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मालूम हो कि अंतिम सूची में जगह बनाने वाली आखिरी भारतीय फीचर फिल्म आमिर खान-आशुतोष गोवारिकर की लगान (2001) थी, जो 74वें ऑस्कर फिल्म पुरस्कार समारोह में No Man’s Land से हार गई थी.
इससे पहले ऑस्कर के 95वें संस्करण में भारत का प्रदर्शन बेहतर रहा था. तब एसएस राजामौली की RRR के ‘नाटू नाटू’ गाने ने सर्वश्रेष्ठ मूल गीत के लिए ऑस्कर पुरस्कार जीता था. इसके अलावा कार्तिकी गोंजाल्विस और गुनीत मोंगा की डॉक्यूमेंट्री The Elephant Whisperers ने सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री (Short) की श्रेणी में जीत हासिल की थी. शौनक सेन की All That Breathes ने भी सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री फीचर की अंतिम सूची में जगह बनाई थी.
(समाचार एजेंसी आईएएनएस से इनपुट के साथ)
-भारत एक्सप्रेस
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