प्रतीकात्मक चित्र.
यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) आधारित लेनदेन ने नवंबर में 15.48 अरब का आंकड़ा छू लिया है, जो सालाना आधार पर 38 प्रतिशत की वृद्धि है. इस दौरान कुल ट्रांजैक्शन मूल्य 21.55 लाख करोड़ रुपये रहा, जिसमें 24 प्रतिशत की सालाना वृद्धि दर्ज की गई. यह जानकारी नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने साझा की.
अक्टूबर में यूपीआई ने कुल 16.58 अरब लेनदेन के साथ 23.5 लाख करोड़ रुपये ट्रांजैक्शन का रिकॉर्ड बनाया था. यह अप्रैल 2016 में यूपीआई की शुरुआत के बाद अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. नवंबर में प्रतिदिन लेनदेन (Daily Transaction) की संख्या 51.6 करोड़ रही जिसका मूल्य 71,840 करोड़ रुपये था.
NPCI के आंकड़ों के मुताबिक, नवंबर में IMPS (इमीडिएट पेमेंट सर्विस) के माध्यम से 408 मिलियन ट्रांजैक्शन हुए. इनका कुल मूल्य 5.58 लाख करोड़ रुपये था.
FASTag लेनदेन में भी 4 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई. अक्टूबर में 34.5 करोड़ ट्रांजैक्शन की तुलना में नवंबर में यह संख्या बढ़कर 35.9 करोड़ हो गई.
आधार सक्षम पेमेंट प्रणाली (AePS) के तहत नवंबर में 9.2 करोड़ ट्रांजैक्शन दर्ज किए गए. इनका कुल मूल्य 23,844 करोड़ रुपये रहा.
डिजिटल अर्थव्यवस्था की ओर भारत का कदम
सरकार का कहना है कि यूपीआई ने फाइनेंसियल ट्रांजैक्शन को तेज, सुरक्षित और आसान बना दिया है. इससे न केवल व्यक्तियों को बल्कि छोटे व्यापारियों और दुकानदारों को भी सशक्त किया गया है. यह देश को नकद लेनदेन से डिजिटल पेमेंट की ओर ले जाने में अहम भूमिका निभा रहा है.
वित्त मंत्रालय ने कहा,
“यूपीआई ने डिजिटल पेमेंट को क्रांतिकारी बदलाव दिया है. UPI ने लेनदेन को तेज, आसान और सुरक्षित बनाया है. इससे छोटे व्यापारियों और लोगों को काफी फायदा हुआ है. 24×7 लेनदेन की सुविधा, सिंगल-क्लिक पेमेंट और वर्चुअल एड्रेस जैसे फीचर्स इसे यूजर्स के लिए सुविधाजनक बनाते हैं.”
RuPay क्रेडिट कार्ड और UPI का नया फीचर
RuPay क्रेडिट कार्ड को यूपीआई के साथ जोड़ने से डिजिटल पेमेंट में एक नई क्रांति आई है. यह सुविधा यूजर्स को क्रेडिट कार्ड की मदद से यूपीआई पर पेमेंट करने की सुविधा देती है. इससे वे अपनी बचत खाते से कैश निकालने की बजाय क्रेडिट लाइन से पेमेंट कर सकते हैं.
ये भी पढ़ें- UPI बना देश का सबसे पसंदीदा पेमेंट मोड, अक्टूबर में 10 अरब मर्चेंट ट्रांजैक्शन का आंकड़ा किया पार
-भारत एक्सप्रेस
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.