आतंकी सरगना ओसामा बिन लादेन की फाइल फोटो. अलकायदा उसी का संगठन है.
दिल्ली हाईकोर्ट ने अलकायदा इन द इंडियन सबकांटिनेंट (AQIS) के झारखंड माड्यूल के खिलाफ दर्ज गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) मामले में जांच के लिए 90 दिनों का और समय दे दिया है.
न्यायमूर्ति रेखा पल्ली और न्यायमूर्ति सौरभ बनर्जी की पीठ ने जांच की अवधि बढ़ाने की मांग करने वाली दिल्ली पुलिस की याचिका को मंजूर कर लिया. इससे पहले, पटियाला हाउस कोर्ट की विशेष अदालत ने जांच की अवधि को 90 दिन से बढ़ाकर 180 दिन करने से इनकार कर दिया था, जिसे दिल्ली पुलिस ने हाईकोर्ट में चुनौती दी थी.
अरेस्ट किए गए आरोपी और मामला
इस मामले में रांची के डॉक्टर इश्तियाक समेत 11 आरोपी हिरासत में हैं. दिल्ली पुलिस, झारखंड, राजस्थान और यूपी पुलिस के संयुक्त अभियान में एक माड्यूल का भंडाफोड़ हुआ था. अदालत ने 12 सितंबर को पुलिस की पूछताछ के बाद एक्यूआईएस माड्यूल के आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया था.
ये आरोपी रांची, झारखंड के डॉक्टर इश्तियाक के कथित नेतृत्व वाले प्रशिक्षण माड्यूल के सदस्य हैं. न्यायिक हिरासत में आरोपियों में अनामुल अंसारी, शहनाज अंसारी, अल्ताफ अंसारी, हसन अंसारी, अरशद खान, उमर फारूक, इश्तियाक अहमद, मोहम्मद रिजवान, मोतीउर रहमान, रहमतुल्लाही और फैजान अहमद शामिल हैं. इन्हें अगस्त महीने में गिरफ्तार किया गया था.
1988 में लादेन ने रखी थी बुनियाद
अलकायदा एक आतंकवादी संगठन है, जिसकी बुनियाद 1988 में ओसामा बिन लादेन और अब्दुल्ला य़ादिर ने अफगानिस्तान में रखी थी. इसका उद्देश्य इस्लामिक उग्रवाद फैलाना और पश्चिमी देशों, खासकर अमेरिका के खिलाफ जिहाद छेड़ना था. अलकायदा का सबसे घातक हमला 11 सितंबर 2001 को अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर किया गया था, जिसमें लगभग 3,000 लोग मारे गए थे. इस हमले के बाद अमेरिका ने वैश्विक स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ युद्ध (वॉर ऑन टेरर) शुरू किया.
कुछ ही वर्षों में अमेरिका ने अलकायदा की कमर तोड़ डाली. हालांकि, कई ग्लोबल एक्सपर्ट ऐसा मानते हैं कि अलकायदा की कई शाखाएं और माड्यूल दुनिया भर में फैले हुए हैं. अलकायदा का मुख्यालय कभी अफगानिस्तान में था, लेकिन अब यह विभिन्न देशों में सक्रिय शाखाओं के रूप में कार्य करता है. अलकायदा के कड़ी विचारधारा के अनुसार, यह मानता है कि मुस्लिम समुदाय को “पूर्णत: इस्लाम” की दिशा में लाना चाहिए, और इसके लिए वह जिहाद का समर्थन करता है.
2014 में शुरू किया गया था AQIS
अलकायदा इन द इंडियन सबकांटिनेंट (AQIS) इसी अलकायदा की एक शाखा है, बताया जाता है कि ये शाखा 2014 में शुरू की गई थी, जिसका उद्देश्य भारतीय उपमहाद्वीप में इस्लामिक जिहाद को बढ़ावा देना था.
- भारत एक्सप्रेस
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