Wipro Lay Off: मेटा और ट्विटर के साथ-साथ Amazon ने भी अपने वर्क फोर्स में भारी कटौती की है. वहीं इस लिस्ट में एक दिन पहले गूगल का नाम भी जुड़ गया जब पैरेंट कंपनी अल्फाबेट ने 12000 कर्मचारियों की छुट्टी करने का ऐलान किया. इसके बाद अब आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी विप्रो (Wipro) ने भी 400 से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है.
विप्रो ने इंटरनल टेस्ट के आधार पर 400 से अधिक नए कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. कंपनी ने सभी प्रभावित कर्मचारियों को टर्मिनेशन लेटर जारी किया है और कहा है कि पर्याप्त प्रशिक्षण के बावजूद वे प्रदर्शन करने में विफल रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि टर्मिनेशन लेटर में कहा गया कि कर्मचारियों को प्रशिक्षण लागत के 75,000 रुपये का भुगतान करना होगा, जो कंपनी ने उन पर खर्च किया है. लेकिन यह राशि माफ की जा रही है.
टर्मिनेशन लेटर में लिखा है, “हम आपको सूचित करना चाहते हैं कि 75,000 रुपये की प्रशिक्षण लागत जो आप भुगतान करने के लिए उत्तरदायी हैं, उसे माफ कर दिया जाएगा.” मामले में टिप्पणी करते हुए आईटी दिग्गज ने स्पष्ट किया कि वह खुद को उच्चतम मानकों पर रखने में गर्व महसूस करता है.
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गूगल के सीईओ सुंदर पिचई ने जताया खेद
वहीं अल्फाबेट द्वारा की गई छंटनी पर गूगल के सीईओ सुंदर पिचई ने कहा कि उन्हें कर्मचारियों की संख्या में लगभग 12,000 की कमी करने के लिए ‘गहरा खेद’ है और ‘उन फैसलों की पूरी जिम्मेदारी लेते हैं जो हमें यहां ले आए.’ कंपनी जिन भूमिकाओं को समाप्त कर रही है, वे अल्फाबेट, प्रोडक्ट क्षेत्रों, फंक्शन्स, लेवल्स और रिजन्स में कटौती कर रही हैं.
यूएस में गूगल फुल नोटिफिकेशन पीरियड (न्यूनतम 60 दिन) के दौरान कर्मचारियों को भुगतान करेगा और 16 सप्ताह के वेतन से शुरू होने वाला एक सेवरेंस पैकेज भी प्रदान करेगा. साथ ही गूगल पर प्रत्येक अतिरिक्त वर्ष के लिए दो सप्ताह और कम से कम 16 सप्ताह के जीएसयू (गूगल स्टॉक) निहित करने में तेजी लाएगा. गूगल प्रभावित लोगों को 2022 बोनस और शेष अवकाश समय के लिए भी भुगतान करेगा.
-भारत एक्सप्रेस
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