दिल्ली पुलिस अकादमी, झरौंदा कला में Self-management और People-management विषय पर 49 और 50 बैच के सब-इंस्पेक्टर्स के लिए प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया. यह सत्र उनके प्रारंभिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का एक हिस्सा था. नवीन कृष्ण राय, मैनेजर, गवर्नमेंट अफ़ेयर्स, आईआईएम इंदौर ने इस सत्र को संबोद्धित किया. उन्होंने प्रतिभागियों को Self-management और People -management के लिए जरूरी बातों को प्रबंधन और मनोविज्ञान के विभिन्न सिद्धांतों के माध्यम से समझाया.
Self-management के बारे में बात करते हुए उन्होंने सेलिगमैन के ‘परमा मॉडल ऑफ हैप्पीनेस एंड वेल-बीइंग’ का जिक्र किया जो कि व्यक्ति के जीवन के पांच घटकों यानी पॉजिटिव इमोशन, एंगेजमेंट, दूसरों से रिश्तें, व्यक्ति के जीवन का अर्थ और उसकी उपलब्धियों के बारे में बात करता है. इस मॉडल के बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया कि किसी भी व्यक्ति के जीवन में खुशहाली के लिए मुख्यतः पांच घटक हो सकते हैं. जैसे कि स्वयं के पॉजिटिव इमोशन, किसी भी कार्य में लगन के साथ जुड़ना, अपने आस-पास के लोगों के साथ जुड़ाव व संबद्धता रखना, जीवन जीने के लिए कोई सकारात्मक और प्रेरक कारण होना और जीवन में कुछ उपलब्धियां प्राप्त करना.
People-management के बारे में की बात
उन्होंने बताया कि एक समय पर इनमें से एक से ज्यादा घटक भी सक्रिय हो सकते हैं और जितने ज्यादा घटक सक्रिय होंगे व्यक्ति उतना ही ज्यादा खुशहाल महसूस करेगा. उन्होंने प्रतिभागियों को इन घटकों पर कार्य करने के लिए विभिन्न तकनीकों से भी अवगत कराया ताकि वे और अधिक खुशहाली की ओर बढ़ सकें. People-management के बारे में बात करते हुए उन्होंने कोंस्ट्रुवल लेवल थ्योरी, दी ब्रीज एक्स्पेरिमेंट आदि का जिक्र किया. उन्होंने लूथन के रिसर्च के माध्यम से बताया कि सफल मैनेजर अपने समय का 48% हिस्सा नेटवर्किंग पर खर्च करते हैं, इसलिए उन्हें सोशल नेटवर्किंग के लिए समय निकालना चाहिए.
अंत में उन्होंने “दी फैमिली ट्री मॉडल” के माध्यम से बताया कि लोगों के साथ नेटवर्किंग करते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि हम किसी एक विशेष व्यक्ति के माध्यम से ही ढेर सारे अन्य लोगों से न जुड़ें अन्यथा भविष्य में उस विशेष व्यक्ति से संबंध खराब होने की स्थिति में उसके माध्यम से जुड़े उन अन्य सभी लोगों से भी सम्बंध खराब हो जाने का खतरा रहेगा.
-भारत एक्सप्रेस