बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (फोटो-ट्विटर)
Land for Jobs Scam: बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने आरोप लगाया कि प्रवर्तन निदेशालय ने पिछले सप्ताह उनके दिल्ली स्थित आवास पर आधे घंटे में छापेमारी खत्म कर दी थी, लेकिन वे “ऊपर से आदेश मिलने” का इंतजार करते रहे और घर में ही रुके रहे.
तेजस्वी यादव ने राज्य की विधानसभा के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए अपराध से अर्जित 600 करोड़ रुपये के बारे में पता चलने के ईडी के दावे को भी खारिज कर दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी विवाहित बहनों और उनके ससुराल वालों के “इस्तेमाल किए हुए” आभूषणों की तस्वीरें लेकर उन्हें “बरामदगी” के तौर पर दिखाया गया.
राजद नेता चुटकी लेते हुए कहा, “चाहे गृह मंत्री अमित शाह हों या कोई और, इन एजेंसियों की एक ही पटकथा बार-बार दोहराने वाले निर्देशक को अब बदल दिया जाना चाहिए.” ई़डी-सीबीआई की कार्रवाई पर बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने सरकार पर निशाना साधा. तेजस्वी ने कहा, “ये (BJP) पूर्णिया रैली के जनसमूह से डर गए हैं. वे जानते हैं कि 2024 में ये टिकने वाले नहीं हैं…ये झूठा प्रचार इस प्रकार से कर रहे हैं कि जैसे असल अडानी मैं ही हूं.”
हम वास्तविक राजनीति करने वाले- तेजस्वी
उन्होंने कहा, “हम भाजपा-संघ के फर्जी ‘एंटायर पॉलिटिकल साइंस’ वाले नहीं, बल्कि वास्तविक जन विज्ञान वाले समाजवादी लोग हैं. हम वास्तविक राजनीति करने वाले हैं, और इसके लिए हमारे पास दृढ़ विश्वास व जनता का समर्थन है. लेकिन वे डरे हुए हैं, और राजनीतिक लड़ाई से दूर भागने की कोशिश कर रहे हैं.”
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय ने जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में दो दिनों पहले 15 जगहों पर छापेमारी की थी. इस मामले में सीबीआई ने बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव और राबड़ी देवी से पूछताछ की थी. ईडी का मामला सीबीआई की एफआईआर पर आधारित है. लालू प्रसाद यादव के कार्यकाल में हुए लैंड फॉर जॉब स्कैम से जुड़े मामले में उनके करीबियों के यहां भी ईडी ने छापेमारी की थी. ईडी की इस कार्रवाई की राजद समेत विपक्षी दलों ने तीखी आलोचना की थी और आरोप लगाया था कि बीजेपी बिहार में सत्ता से बेदखल होने के बाद बौखलाई हुई है.
-भारत एक्सप्रेस
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