EPFO
नई दिल्ली : नौकरीपेशा लोगों के लिए खुशखबरी है. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने PF अकाउंट पर ब्याज दरो में इजाफा किया है. अब अकाउंट होल्डर्स को 8.15 % की दर से ब्याज मिलेगा जो कि पहले 8.10% था. आपको बता दं कि नई ब्याज दर पीपीएप अकाउंट पर मिलने वाली ब्याज दर से लगभग 100 बेसिस प्वाइंट ज्यादा है. EPFO के बोर्ड CBT ने ब्याज दर में बढ़ोतरी की है. इस खबर का सीधा मतलब ये है कि नौकरीपेशा लोगों को अब उनके पीएफ वाले पैसे पर ज्यादा फायदा मिलेगा. भले ही EPFO के ब्याज दरें बढ़ाना एक अच्छी खबर है लेकिन ये ब्याज दर अभी भी फाइनेंशियल ईयर 2018-19 के मुकाबले अब भी कम है. 2018-19 में EPF सब्सक्राइबर्स को पीएफ अकाउंट ( PF Account ) पर 8.55% की दर से ब्याज मिलता था.
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बीते सालों में PF पर मिलने वाली ब्याज दर-
फाइनेंशियल ईयर ब्याज दर ( प्रतिशत में )
2022-23 8.15
2021-22 8.10
2020-21 8.50
2019-20 8.50
2018-19 8.65
2017-18 8.55
ऊपर दिये गए आंकड़ों को देख आप समज सकते हैं कि बीते वित्त वर्ष यानि 2021-22 के लिए सरकार ने सबसे कम ब्याज दिया था. 2021-22 के लिए EPFO ने 8.1% की ब्याज दर तय की थी. इससे पहले ये 8.5% था.
आपको मालूम हो कि PF एक ऐसा एकाउंट है जिसमें आपकी सैलरी का 10 फीसदी हिस्सा आप देते हैं और उतना ही शेयर आपके एम्लॉयर यानि आपकी कंपनी देती है. अब सवाल उठता है कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ब्याज किस तरह से चुकाता है यानि इसकी कमाई कैसे होती है. EPFO प्रोविडेंट फंड खातों में जमा होने वाले आपके पैसे को अलग अलग जगहों पर इंवेस्ट करता है. इस इन्वेस्टमेंट से होने वाली कमाई के हिस्से को ही अकाउंट होल्डर्स को ब्याज के रूप में दिया जाता है. EPFO अपने कुल डिपॉजिट का 85% हिस्सा डेट में निवेश करता है, जिसमें गवर्नमेंट सिक्योरिटीज और बॉन्ड शामिल होते हैं. बचे हुए 15% हिस्से को ETF (Nifty & Sensex) में निवेश किया जाता है. डेट और इक्विटी से हुई कमाई के आधार पर ही सरकार PF का ब्याज तय करती है.
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