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Ram Navami Violence: बिहार और बंगाल में क्यों थम नहीं रहा बवाल, दंगे रोकने में सरकारें फेल या फिर वोट का ‘खेल’ ?

बंगाल में हिंदू-मुस्लिम के नाम पर हो रहा तांडव सियासी नफे-नुकसान से जुड़ा है. 2024 का रण बीजेपी और टीएमसी दोनों की साख से जुड़ा है. इसीलिए ममता अपने टर्फ पर खेल रही हैं और बीजेपी अपने, लेकिन इन सबके बीच आम जनता पिस रही है.

Ram Navami Violence

फाइल फोटो

Ram Navami Violence: पश्चिम बंगाल और बिहार में रामनवमी से शुरू हुई हिंसा अभी भी थमी नहीं है. बिहार के बिहारशरीफ और सासाराम के साथ ही पश्चिम बंगाल के हावड़ा और हुगली में हिंसा की बड़ी घटनाएं हुई हैं. आगजनी और हिंसा के चलते पुलिस ने दोनों राज्यों में 200 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. बंगाल में हिंसा के बाद से ही TMC और बीजेपी एक-दूसरे के आमने-सामने आ खड़े हुए हैं.

पश्चिम बंगाल और बिहार में कई दिनों से सबकुछ ठीक नहीं है और ना ही ठीक होने के रास्ते पर बढ़ता दिख रहा है. हिंसा एक इलाके से दूसरे इलाके तक पहुंच रही है. पत्थरबाज़ी, आगजनी हो रही है. रामनवमी से शुरू हुई हिंसा की आग अभी तक धधक रही है. प. बंगाल और बिहार के कई इलाकों से लगातार हिंसा की तस्वीरें आ रही हैं.

प. बंगाल में पहले हावड़ा जलता रहा. फिर हुगली सुलगता रहा. फिर रिसड़ा रेलवे स्टेशन पर बवाल हो गया. दंगाईयों और सुरक्षाबलों के बीच जमकर पत्थरबाज़ी हुई. इस दौरान रेलवे स्टेशन के अंदर जय श्रीराम के नारे भी गूंजे. इसके बावजूद हिंसा की आग में सियासत का घी रोज डाला जा रहा है. TMC और बीजेपी एक-दूसरे के आमने-सामने आ खड़े हुए हैं. दीघा की धरती से ममता बनर्जी फिर बीजेपी के खिलाफ आग उगलती नज़र आई और दो टूक कह दिया कि जहां बीजेपी वहां दंगे.

बंग युद्ध में जीत बीजेपी की बहुप्रतीक्षित इच्छा है और इसीलिए रामनवमी से शुरू हुआ ये बवाल बीजेपी को रास आ रहा है. एक तरफ ममता पर तुष्टिकरण का आरोप है तो दूसरी तरफ हिंसा प्रभावित इलाकों में जाने से रोके जाने के बाद विक्टिम कार्ड भी है.

वहीं रामनवमी जुलूस के दौरान बिहारशरीफ में हुई हिंसक वारदात के बाद जिला प्रशासन सख्ती बरतते हुए 130 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 15 FIR दर्ज किए गए हैं. बंगाल और बिहार में हुई हिंसा को लेकर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने राज्य सरकारों पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जब भी किसी राज्य में हिंसा होती है तो उसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होती है. बिहार शरीफ में 100 साल पुराना मदरसा जला दिया गया, लेकिन नीतीश कुछ नहीं बोले. मुस्लिमों की दुकानों को निशाना बनाया गया. इसके पीछे साजिश है. सीएम नीतीश और तेजस्वी राज्य में मुसलमानों में डर पैदा करना चाहते हैं.

हिंसा पर मचे हाहाकार के बीच प. बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया. पीड़ितों को भरोसा दिलाया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.

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बंगाल में हिंदू-मुस्लिम के नाम पर हो रहा तांडव सियासी नफे-नुकसान से जुड़ा है. 2024 का रण बीजेपी और टीएमसी दोनों की साख से जुड़ा है. इसीलिए ममता अपने टर्फ पर खेल रही हैं और बीजेपी अपने, लेकिन इन सबके बीच पिस रही है आम जनता.

-भारत एक्सप्रेस



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