यूपी के कार्यवाहक डीजीपी आरके विश्वकर्मा (फोटो सोशल मीडिया)
UP Police: अब यूपी के हिस्ट्रीशीटर अपराधियों की खैर नहीं है. अब बचने का केवल एक ही तरीका है कि अपराध की दुनिया को छोड़कर खुद को पुलिस के हवाले कर दें. प्रदेश भर के सभी अपराधियों की लोकेशन चेक करने की जिम्मेदारी 112 को सौंप दी गई है और पुलिस से कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. इसी के साथ उन थानाध्यक्षों पर भी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं, जो अपराधियों को बचाने का काम करते हैं या फिर गलत जानकारी देते हैं. इसी के साथ पुलिस को ये भी निर्देश दिए गए हैं कि अपराधियों पर कार्रवाई के दौरान ये ध्यान रखा जाए कि आम जनता को किसी तरह की परेशानी न हो.
ये निर्देश यूपी के कार्यवाहक डीजीपी आरके विश्वकर्मा द्वारा दिए गए हैं. उन्होंने बुधवार को प्रदेश भर के पुलिस अधिकारियों को अपने-अपने इलाकों के बदमाशों के एड्रेस का लौंगिट्यूड एंड लैटिट्यूड (देशांतर और अक्षांश) अपनी हिस्ट्रीशीट में दर्ज करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने थानाध्यक्षों को चेताया है कि अगर जानकारी गलत दी गई तो उनके ऊपर भी कार्रवाई की जाएगी. हिस्ट्रीशीटर अपराधियों के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही हिस्ट्रीशीटर अपराधियों की लोकेशन का डाटा रखने के भी निर्देश दिए है. साथ ही एडीजी यूपी 112 को हिस्ट्रीशीटर अपराधियों की लोकेशन चेक कराने के निर्देश भी दिए हैं. डीजीपी ने ये भी निर्देश दिया है कि अगर कोई थानाध्यक्ष अपने इलाके के अपराधी की गलत जानकारी देता है और उसे बचाने की कोशिश करता है तो उनके ऊपर पर कार्रवाई की जाए.
डीजीपी के आधिकारिक प्रवक्ता की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि डीजीपी ने हिस्ट्रीशीटर के पते का देशांतर और अक्षांश हिस्ट्रीशीट में नोट करने के निर्देश दिए हैं. इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा है कि, अगर सत्यापन के दौरान ये पाया जाता है कि रिकॉर्ड किया गया देशांतर और अक्षांश गलत है तो सम्बंधित थानाध्यक्ष के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी. डीजीपी ने ये भी कहा है कि देशांतर और अक्षांश की गलत रिकार्डिंग से आम निर्दोष नागरिक को अनावश्यक रूप से परेशान होना पड़ेगा, जिससे बचना चाहिए.
डीजीपी ने ये भी निर्देश दिए हैं कि आपातकालीन सेवा यूपी 112 के अपर पुलिस महानिदेशक हर जिले से कम से कम एक देशांतर/अक्षांश डेटा को चुनेंगे और गूगल अर्थ का उपयोग करके उस सम्बंधित जगह पर यूपी 112 के वाहन को भेजकर जांच कराएंगे. इसी के साथ पूरे जिले से डेटा संकलित करना होगा. इसी के साथ प्रदेश के सभी जिलों के हिस्ट्रीशीटर अपराधियों का डाटा मुख्यालय को भेजने के निर्देश भी दिए गए हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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