अजित राय
भारत एक्सप्रेस
Egypt Diary-4: कोयला खदानों की बदरंग दुनिया और बदलाव की चाहत दिखती है हिंदी फिल्म ‘ह्विस्पर्स आफ फायर एंड वाटर’ में
Egypt Diary-4: फिल्म में प्रत्यक्ष हिंसा और दुर्घटना तो नहीं है पर उसकी आशंका हर फ्रेम में बनी रहती है। संवाद बहुत कम, पर असरदार है।
Egypt Diary-3: इजरायल हमास युद्ध के बीच मानवीय कहानियों का सिनेमाई दस्तावेज है फिल्म ‘द टीचर’
Egypt Diary-3: इजिप्ट के अल गूना फिल्म फेस्टिवल में एक विशेष खंड ' फिलिस्तीन की ओर खिड़की ' नाम से आयोजित किया गया है।
Egypt Diary-2: ‘हालीवुड गेट’ अफगानिस्तान पर तालिबानी कब्जे के बाद के एक साल का रोजनामचा
Egypt Diary-2: पूरी फिल्म में कहीं भी कोई स्त्री नहीं है क्योंकि तालिबान ने इस्लामी कानून के नाम पर सबसे पहला काम प्रशासन, सेना और सार्वजनिक जीवन से स्त्रियों को बाहर कर दिया।
अनुराग कश्यप जीनियस फिल्म डायरेक्टर हैं जो एक्टर को बिना सिखाए ही सब कुछ सिखा देते हैं- राहुल भट्ट
राहुल भट्ट ने कहा कि वे हमेशा अपने निर्देशकों के लिए ही अभिनय करते हैं, दर्शको के लिए नहीं। मैं केवल अपने डायरेक्टर की परवाह करता हूं और किसी की नहीं।
अरब डायरी- 8: किरण राव की ‘लापता लेडीज’ और घूंघट में दुल्हनों की अदला-बदली का घनचक्कर
आमिर खान की पूर्व पत्नी किरण राव की नई फिल्म ' लापता लेडीज ' को सऊदी अरब के जेद्दा में आयोजित तीसरे रेड सी अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में दर्शकों ने काफी पसंद किया।
अरब डायरी-9: पंजाब में ऑनर कीलिंग की सच्ची कहानी पर आधारित है ‘डियर जस्सी’
Arab Diary-9: फिल्म के निर्देशक तरसेम सिंह ने मीडिया से गुजारिश की है कि इस घटना को ' आनर कीलिंग ' न लिखा - बोला जाय। आनर कीलिंग शब्द से यह भ्रम होता है कि प्रेमी युगल की हत्या उचित थी।
Arab Diary 7: पाकिस्तानी फिल्म ‘ इन फ्लेम्स ‘ को मिला बेस्ट फिल्म का गोल्डन यूसर अवार्ड
Arab Diary 7: गोल्डन यूसर फार बेस्ट फीचर फिल्म का यह अवॉर्ड फेस्टिवल का सबसे बड़ा अवार्ड है जिसमें एक लाख अमेरिकी डालर का कैश प्राइज भी शामिल हैं।
पाकिस्तानी फिल्म ‘ इन फ्लेम्स ‘ को मिला बेस्ट फिल्म का गोल्डन यूसर अवार्ड
जरार कहन की फिल्म ' इन फ्लेम्स ' तो इस बार 96 वें आस्कर अवार्ड में पाकिस्तान से बेस्ट इंटरनेशनल फिल्म की कैटेगरी में आधिकारिक प्रविष्टि हैं।
वह आदमी जिसने सद्दाम हुसैन को 235 दिनों तक अमेरिकी फौज से छुपाए रखा…
अला नामिक ने तिरकिट शहर से नौ मील दूर अपने छोटे से फार्म हाउस में उनके रहने का इंतजाम किया. यह भी संयोग ही था कि सद्दाम हुसैन का जन्म भी तिरकिट शहर के पास अल अवजा गांव में हुआ था.
‘Four Daughters’: इस अरबिक डॉक्यूमेंट्री में दिखा इस्लामिक स्टेट के आतंक और सेक्स क्राइम का सच, मिला बेस्ट डॉक्यूमेंट्री अवार्ड
यह एक साहसिक डॉक्यूमेंट्री है जो बताती है कि इस्लामिक स्टेट से सबसे ज्यादा नुकसान इस्लाम और मुसलमानों, खासकर मुस्लिम औरतों का हुआ है। उनकी क्रूरता, यौन शौषण और हिंसा की शिकार दुनिया भर की मुसलमान औरतें हीं हो रही।