अजित राय
भारत एक्सप्रेस
बुल्गारियाई निर्देशक कोंस्तानतिन बोजानोव की हिंदी फिल्म ‘द शेमलेस’ – दो लड़कियों की असामान्य दोस्ती और भारतीय स्त्रीत्व की खोज
कान फिल्म समारोह में पुरस्कृत होने के बाद यह फिल्म दुनिया भर के फिल्म समारोहों में सूर्खियां बटोरती रही.
भारत से ऑस्कर अवॉर्ड के लिए फिल्मों के चुनाव में IMPPA का दखल होना चाहिए: अभय सिन्हा
इंडियन मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर एसोसिएशन (IMPPA) के अध्यक्ष अभय सिन्हा का कहना है कि जून 2024 में फेडरेशन इंटरनेशनल डि आर्ट फोटोग्राफिक का सदस्य बन जाने के बाद ऑस्कर पुरस्कार में भारत से ऑफिशियल प्रविष्टि भेजने का काम इंपा को मिल जाएगा.
रीमा कागती और फरहान अख्तर की फिल्म Superboys of Malegaon, हिंदी सिनेमा के लिए कस्बाई दीवानगी की कहानियां
रीमा कागती ने ‘मालेगांव का सुपरमैन’ डॉक्यूमेंट्री के आधार पर उसके एक प्रमुख किरदार नासिर शेख की हिंदी में बायोपिक बनाई है- ‘सुपर बॉयज ऑफ मालेगांव’. यह फिल्म चौथे रेड सी अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में प्रतियोगिता खंड में दिखाई गई.
कॉरपोरेट और राजनीति के आपराधिक गठजोड़ की पड़ताल करती Manoj Bajpayee की फिल्म Despatch
‘डिस्पैच’ युवा फिल्मकार कनु बहल की तीसरी फिल्म है, जिसे मुंबई फिल्म फेस्टिवल के बाद भारत के 55वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह गोवा में प्रदर्शित किया गया और बेइंतहा पसंद किया गया.
संध्या सूरी की हिंदी फिल्म ‘संतोष’ जिसे ब्रिटेन ने अपने देश से आस्कर अवार्ड के लिए भेजा
इसी साल 77 वें कान फिल्म समारोह के अन सर्टेन रिगार्ड खंड में फिल्म का शानदार प्रीमियर हुआ था. तब से लेकर आजतक यह फिल्म मुंबई फिल्म फेस्टिवल, गोवा फिल्म फेस्टिवल, रेड सी अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल जेद्दा (सऊदी अरब) सहित दुनिया भर के फिल्म समारोहों में दिखाई जा रही है.
पायल कपाड़िया की All We Imagine as Light, एक भारतीय फिल्म जिसने रच दिया इतिहास
इस साल 77वें कान फिल्म समारोह में पायल कपाड़िया की हिंदी मलयाली फिल्म All We Imagine as Light ने न सिर्फ मुख्य प्रतियोगिता खंड में जगह बनाई, बल्कि बेस्ट फिल्म का पाल्मा डोर के बाद दूसरा सबसे महत्वपूर्ण पुरस्कार ग्रैंड प्रिक्स भी जीत कर इतिहास बना दिया.
फिनलैंड के दूतावास में ‘ऑल आई वॉन्ट फॉर क्रिसमस’ फिल्म का वर्ल्ड प्रीमियर
फिल्म में रूस-यूक्रेन युद्ध से विस्थापित शरणार्थियों की पीड़ा का सशक्त चित्रण किया गया है. इसका निर्देशन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्राप्त निर्देशक कामाख्या नारायण सिंह ने किया है.
Red Sea International Film Festival: अरब देशों में इस्लामिक आतंकवाद का सिनेमाई प्रतिरोध करतीं फिल्में
चौथे रेड सी अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह के प्रतियोगिता खंड में ट्यूनीशिया के लोत्फी अचूर की फिल्म ‘रेड पाथ’ का प्रदर्शन किया गया, जो इस्लामिक आतंकवाद की नृशंसता पर आधारित है.
Priyanka Chopra को रेड सी अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में किया गया सम्मानित, कहा- फिल्म इंडस्ट्री में कोई गॉडफादर नहीं
भारतीय अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा को चौथे रेड सी अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में 'ऑनरेरी अवॉर्ड' से सम्मानित किया गया. उन्होंने अपने करियर की यात्रा, मिस वर्ल्ड से लेकर हॉलीवुड तक के सफर और अपने अनुभवों को साझा किया। प्रियंका ने अपने प्रोडक्शन हाउस और आगामी फिल्म प्रोजेक्ट्स की भी चर्चा की.
अंतहीन गरीबी और संघर्षों की कई अनकही कहानियां कहती है बांग्लादेशी फिल्म SABA
बांग्लादेश के मकसूद हुसैन की फिल्म ‘साबा’ का प्रीमियर चौथे रेड सी अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में हुआ. यह समारोह सऊदी अरब के जेद्दा शहर में चल रहा है.