अजित राय
भारत एक्सप्रेस
दुनिया भर की कंपनियों को मेरी नहीं, मेरे देश भारत की जरूरत है – आलिया भट्ट
भारतीय सिनेमा में आ रहे बदलावों पर उन्होंने कहा कि हर दौर में हमारे सिनेमा में गर्व करने लायक कुछ रहा है.आज हमें अपने सिनेमा की नई पहचान देने की जरूरत है. अब हमें इसे केवल बालीवुड कहने की जगह भारतीय सिनेमा कहना चाहिए जिसमें 27 भाषाओं का सिनेमा शामिल हैं.
सिनेमा में हिट होने का पहले से तय कोई फार्मूला नहीं होता: कैटरीना कैफ
कैटरीना कैफ ने अपनी फिल्मों के बारे में बात करते हुए कहा कि ' न्यूयॉर्क '(209) उनकी पसंदीदा फिल्म है. उन्होंने कहा कि उनकी ख्वाहिश है कि ' जिंदगी ना मिलेगी दोबारा ' का सीक्वल बने.
करण जौहर और उनकी नई फिल्म ‘किल’
अक्सर विवादों में रहने पर उन्होंने कहा कि वे ' ट्रोल फेवरिट ' हैं. उन्हें अक्सर बात बेबात ट्रोल किया जाता है क्योंकि उनका एक नाम है और ट्रोलर्स बेनामी लोग हैं. मैं इसका भी मजा लेता हूं.
Saudi Arab: रेड सी अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में रणवीर सिंह को हॉलीवुड अभिनेत्री शैरोन स्टोन ने किया सम्मानित, बोले- दर्शक ही मेरे मोटिवेटर
दर्शकों से संवाद करते हुए रणबीर सिंह ने कहा कि मेरी पत्नी दीपिका पादुकोण मेरी टीचर है। वह मुझसे बड़ी कलाकार हैं पर घर में वह अपना स्टारडम नहीं लाती।
OMG-2: एक फिल्म जो हर भारतीय को देखनी चाहिए
'ओह माय गॉड -2 ' का पूरा माहौल हमारे गांवों कस्बों का है। उज्ज्यनी नगरी तो प्रतीक मात्र है। सेंसर बोर्ड के कुल चौबीस कट और अड़ियल रवैए के बावजूद फिल्म पर इसका कोई असर नहीं दिखाई देता और फिल्म अपनी बात कह जाती है।
76वां कान फिल्म फेस्टिवल: फ्रांस की जस्टिन ट्रीएट की फिल्म ‘एनाटोमी ऑफ ए फाल’ को मिला बेस्ट फिल्म का ‘पाम डि ओर’ अवार्ड
कान फिल्म समारोह के दूसरे सबसे महत्वपूर्ण खंड अन सर्टेन रिगार्ड में बेस्ट फीचर फिल्म का पुरस्कार ब्रिटेन के मौली मैंनिंग वाकर की फिल्म ' हाऊ टु हैव सेक्स ' को दिया गया.
कनु बहल की फिल्म ‘आगरा’- भारतीय परिवारों में सेक्स के दमन की अनकही कहानियां
76वें कान फिल्म समारोह के डायरेक्टर्स फोर्टनाइट में दिखाई गई कनु बहल की फिल्म 'आगरा' भारत के निम्न मध्यवर्गीय परिवारों में सेक्स के दमन से पनपते मनोरोग की गहराई से पड़ताल करती है। इस यह दूसरी भारतीय फिल्म है जो कान फिल्म फेस्टिवल के आफिशियल सेलेक्शन में है
76वां कान फिल्म फेस्टिवल: अनुराग कश्यप की ‘कैनेडी’- एक क्राइम ड्रामा की सटीक राजनीति
उदय शेट्टी (राहुल भट्ट) एक पूर्व पुलिस अधिकारी है जो अब मुंबई पुलिस कमिश्नर राशिद खान (मोहित टकलकर) के लिए हत्याएं करता है। दुनिया की नजर में वह मर चुका है और उसका नया नाम है - कैनेडी।
76वां कान फिल्म फेस्टिवल: युद्ध के खतरे के बीच फिनलैंड का दूसरा सच दिखाती है ‘फालेन लीव्स’
फिनलैंड जैसे अमीर देश में गरीबी के आखिरी पायदान पर जी रहे अंसा और होलप्पा की इस मार्मिक प्रेम कहानी के माध्यम से अकी कौरिस्माकी ने आधुनिक यूरोपीय पूंजीवादी सभ्यता का अंधेरा दिखाया है जिस तरफ हमारा ध्यान अक्सर नहीं जाता।
‘किलर्स ऑफ द फ्लॉवर मून’- अमेरिका के महाशक्ति बनने की कहानी
ओसेज इंडियन जनजाति के इलाके में यह सारी लड़ाई तब शुरू होती है जब अचानक बंजर पथरीली धरती पर पेट्रोलियम के असीमित भंडार का पता चलता है और यहां के मूल बाशिंदे अमीर हो जाते हैं।