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बजट 2025: वित्तीय घाटे का लक्ष्य 2025-26 के लिए 4.4% निर्धारित

Budget 2025: भारत सरकार ने बजट 2025 में वित्तीय घाटे (Fiscal Deficit) का लक्ष्य 2025-26 के लिए 4.4% निर्धारित किया है.

Union Budget 2025

Budget 2025: भारत सरकार ने बजट 2025 में वित्तीय घाटे (Fiscal Deficit) का लक्ष्य 2025-26 के लिए 4.4% निर्धारित किया है. यह लक्ष्य भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है, जो सरकार के वित्तीय प्रबंधन की दिशा और भारतीय विकास की गति को प्रदर्शित करता है. वित्तीय घाटा वह अंतर होता है जो सरकार के कुल खर्चों और कुल राजस्व के बीच होता है और इसे कुल सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के प्रतिशत के रूप में व्यक्त किया जाता है. 2025-26 के लिए 4.4% का लक्ष्य सरकार द्वारा निर्धारित आर्थिक लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए एक संतुलित प्रयास को दर्शाता है, जिसमें विकास को बढ़ावा देने के साथ-साथ आर्थिक स्थिरता भी बनाए रखी जाएगी.

इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सरकार को कई प्रमुख उपायों की आवश्यकता होगी, जैसे कर संग्रहण बढ़ाना, खर्चों पर नियंत्रण रखना और सरकारी योजनाओं के लिए वित्तीय संसाधनों का कुशलतापूर्वक प्रबंधन करना. इसके अलावा, सरकार को अपनी नीतियों के तहत पूंजीगत खर्चों को बढ़ाकर सार्वजनिक और निजी निवेश को बढ़ावा देने की आवश्यकता होगी. वित्तीय घाटे का 4.4% के स्तर पर निर्धारित किया जाना सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि वह दीर्घकालिक आर्थिक विकास को प्राथमिकता देती है, जबकि तात्कालिक आर्थिक चुनौतियों का समाधान भी करना चाहती है.

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बजट 2025 में घोषित 4.4% के वित्तीय घाटे के लक्ष्य को लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि यह लक्ष्य भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए स्थिरता और समृद्धि की ओर एक सकारात्मक कदम है. हालांकि, इसे हासिल करने के लिए सरकार को राजकोषीय अनुशासन बनाए रखते हुए विकासात्मक खर्चों को भी प्राथमिकता देनी होगी। यह घाटा देश की विकास दर को प्रभावित किए बिना सार्वजनिक वित्त को मजबूत करने का एक बड़ा उद्देश्य है. इस बीच, सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के परिणामस्वरूप, वित्तीय घाटे को कम करने के लिए लंबी अवधि में बेहतर राजस्व संग्रहण और व्यय प्रबंधन की आवश्यकता होगी.

सामान्यत: वित्तीय घाटे का उच्च स्तर अर्थव्यवस्था पर दबाव डाल सकता है, लेकिन बजट 2025 में घोषित 4.4% का लक्ष्य यह संकेत देता है कि सरकार ने इसे नियंत्रण में रखने और भारतीय अर्थव्यवस्था को विकास की दिशा में सही राह पर ले जाने की योजना बनाई है.



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