अडानी एनर्जी का दूसरी तिमाही में बढ़ा मुनाफा.
अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (एईएसएल) ने वित्त वर्ष 2024-25 की जुलाई-सितंबर अवधि (दूसरी तिमाही) के लिए 773 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया है. पिछले वर्ष के मुकाबले कंपनी के मुनाफे में 172 प्रतिशत का इजाफा हुआ है.
समायोजित मुनाफा 459 करोड़ रुपये रहा
दूसरी तिमाही में 314 करोड़ रुपये के डेफरर्ड टैक्स रिवर्सल को हटाकर कंपनी का टैक्स के बाद समायोजित मुनाफा 459 करोड़ रुपये रहा है. समीक्षा अवधि में कंपनी के ईबीआईटीडीए में सालाना आधार पर 31 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है और यह 1,891 करोड़ रुपये रहा है. अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस के सीईओ, कंदर्प पटेल ने कहा कि कंपनी का फोकस समय पर प्रोजेक्ट को पूरा करने और संचालन में दक्षता लाना है.
पटेल ने कहा कि यूटिलिटी और नई ट्रांसमिशन परियोजना में बिजली की मांग के रुझान बहुत उत्साहजनक हैं. हम अपने सभी अनुबंधों में स्मार्ट मीटर लगाने की दिशा में भी प्रगति कर रहे हैं.
अगस्त में अडानी समूह की कंपनी ने क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (क्यूआईपी) रूट के जरिए 8,373 करोड़ रुपये जुटाए, जो देश के बिजली क्षेत्र में अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. क्यूआईपी को निवेशकों से बेस डील आकार की लगभग छह गुना बोलियां प्राप्त हुई थीं.
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अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस ने परियोजना पाइपलाइन को बढ़ाकर दूसरी तिमाही में 27,300 करोड़ रुपये कर लिया है, जो पहली तिमाही में 17,000 करोड़ रुपये थी. जुलाई-सितंबर की अवधि में ट्रांसमिशन नेटवर्क 23,269 सर्किट किलोमीटर (सीकेएम) था, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह 19,862 सीकेएम था.
अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस की कुल आय में 69 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इसकी वजह हाल ही में शुरू की गई खारघर-विक्रोली, वरोरा-कुर्नूल, खावड़ा-भुज लाइनों, अधिग्रहित महान-सीपत लाइन, मुंबई और मुंद्रा यूटिलिटीज में उच्च ऊर्जा बिक्री और स्मार्ट मीटर से आने वाला योगदान है.
कंपनी ने तीन नई ट्रांसमिशन परियोजनाएं भी हासिल की हैं. इसमें जामनगर गुजरात में एनईएस, नवीनल (मुंद्रा) में एनईएस, और खावड़ा फेस आईवीए शामिल हैं, जिससे निर्माणाधीन नेटवर्क में 2,059 सीकेएम जुड़ गया.
-भारत एक्सप्रेस
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