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IT सेक्टर में 2025 में रोजगार के अवसरों में 15-20 प्रतिशत की बढ़ोतरी की उम्मीद: NLB सर्विसेज

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), मशीन लर्निंग (एमएल), डेटा एनालिटिक्स और क्लाउड टेक्नोलॉजी जैसे विशेष तकनीकी क्षेत्रों में मांग 30-35 प्रतिशत तक बढ़ने का अनुमान है. उभरती हुई प्रौद्योगिकियों पर बढ़ती निर्भरता के कारण यह वृद्धि संभव होगी. 

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टैलेंट सॉल्यूशंस कंपनी एनएलबी सर्विसेज ने सोमवार को कहा कि सुधार की राह पर अग्रसर आईटी क्षेत्र में 2025 तक विभिन्न उद्योगों में रोजगार के अवसरों में 15-20 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है. एनएलबी सर्विसेज ने कहा कि आईटी उद्योग ने 2024 की दूसरी छमाही में फिर से गति पकड़ ली है और कई मोर्चों पर 2025 के लिए आशाजनक प्रदर्शन की तैयारी कर रहा है. कंपनी के अनुसार, भारतीय आईटी सेक्टर में फ्रेशर्स की भर्ती में उल्लेखनीय बढ़ोतरी की संभावना है, जहां 2025 में विभिन्न उद्योगों में 15-20 प्रतिशत तक नई नौकरियों के अवसर बढ़ने की उम्मीद है.

रोजगार के अवसर में वृद्धि की उम्मीद

इसके साथ ही, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), मशीन लर्निंग (एमएल), डेटा एनालिटिक्स और क्लाउड टेक्नोलॉजी जैसे विशेष तकनीकी क्षेत्रों में मांग 30-35 प्रतिशत तक बढ़ने का अनुमान है. उभरती हुई प्रौद्योगिकियों पर बढ़ती निर्भरता के कारण यह वृद्धि संभव होगी.

कंपनी ने बताया कि यह मांग केवल नई भर्तियों तक सीमित नहीं है, बल्कि कंपनियां अपने कर्मचारियों को नई तकनीकों से लैस करने के लिए तकनीकी कौशल विकास पर भी बड़ा निवेश कर रही हैं. एनएलबी सर्विसेज का यह विश्लेषण मैक्रो इकोसिस्टम, उद्योग रुझानों और मांग के आधार पर किया गया है. कंपनी ने यह भी बताया कि 2024-25 की दूसरी छमाही में बड़ी कंपनियां कैंपस हायरिंग पर विशेष ध्यान दे रही हैं और फ्रेशर्स की आक्रामक तरीके से भर्ती की योजना बना रही हैं.

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फ्रेशर्स के लिए नए अवसर खुलने के असार

2021-22 में वैश्विक आर्थिक मंदी के कारण, ग्राहकों ने अपने विवेकाधीन खर्चों में कटौती की थी, जिससे परियोजनाओं की रूप रेखा पर असर पड़ा. हालांकि, 2025 तक स्थिति स्थिर होने की उम्मीद है, जिससे फ्रेशर्स के लिए नए अवसर खुल सकते हैं. 2025 में आईटी फ्रेशर्स की मांग खासकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, डेटा एनालिटिक्स, पाइथन, क्लाउड टेक्नोलॉजी और साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में अधिक होने की संभावना है. इसके अलावा, ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर (जीसीसी), मैन्युफैक्चरिंग, बीएफएसआई, हेल्थकेयर और रिटेल जैसे क्षेत्रों में फ्रेशर्स की भर्ती 30-35 प्रतिशत तक बढ़ने की उम्मीद है.

-भारत एक्सप्रेस



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