Bharat Express

Share Market

Stock Market: विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार अब अपनी वास्तविक कीमतों की ओर लौट रहा है. बड़ी कंपनियों के शेयरों में भी ये बदलाव दिख रहा है.

भारतीय आईपीओ बाजार के लिए 2024 एक ऐतिहासिक वर्ष रहा, जिसमें 90 से अधिक कंपनियों ने सामूहिक रूप से 1.62 लाख करोड़ रुपये जुटाए.

सुबह करीब 9.27 बजे सेंसेक्स 268.77 अंक या 0.34 प्रतिशत की गिरावट के साथ 77,879.72 पर कारोबार कर रहा था.

भारतीय रेलवे की कवच परियोजना के तहत नई पीढ़ी के ट्रेन नियंत्रण और सिग्नलिंग सिस्टम विकसित करने वाली कंपनी की लिस्टिंग 14 जनवरी को हो सकती है.

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के जरिए 2024 में 268 कंपनियों ने इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) के द्वारा 1.67 लाख करोड़ रुपये (19.5 अरब डॉलर) की पूंजी जुटाई है.

बाजार का रुख सकारात्मक रहा. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर 1,223 शेयर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे, जबकि 494 शेयर लाल निशान में थे.

नवंबर 2024 में म्यूचुअल फंड उद्योग में कुल प्रवाह 135.38 प्रतिशत बढ़कर 60,295.30 करोड़ रुपये हो गया, जबकि नवंबर 2023 में यह 25,615.65 करोड़ रुपये था.

बाजार का रुझान नकारात्मक बना हुआ है. बीएसई पर 1062 शेयर हरे तो 2856 शेयर लाल निशान पर कारोबार कर रहे थे. 131 शेयर में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं हुआ है.

अडानी समूह की प्रमुख कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने बुधवार को पात्र संस्थागत नियोजन (क्यूआईपी) निर्गम के जरिये बड़े निवेशकों को 4,200 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचने की मंजूरी दे दी.

जानकारों का कहना है कि भारतीय बाजारों के गिरने की वजह ईरान की ओर से इजरायल पर मिसाइल के हमला करना है.