
बाबा रामदेव की अगुवाई वाली पतंजलि आयुर्वेद, जो आयुर्वेदिक उत्पादों और स्वास्थ्य समाधानों के लिए जानी जाती है, ने अब बीमा क्षेत्र में कदम रखकर सबको चौंका दिया है. कंपनी ने मैग्मा जनरल इंश्योरेंस में बहुमत हिस्सेदारी हासिल कर अपने व्यापारिक साम्राज्य को एक नई दिशा दी है. यह कदम न सिर्फ पतंजलि के लिए एक ऐतिहासिक विस्तार है, बल्कि भारत के प्रतिस्पर्धी बीमा बाजार में भी एक नया अध्याय शुरू करने का संकेत देता है.
इस सौदे के तहत पतंजलि मैग्मा जनरल इंश्योरेंस की मुख्य प्रमोटर बन गई है, जिससे बीमा क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव आने की संभावना है. यह कदम पतंजलि के उस व्यवसायिक ढांचे को और मजबूत करता है, जो अब तक स्वास्थ्य, सौंदर्य प्रसाधन और खाद्य उत्पादों के इर्द-गिर्द घूमता रहा है.
बीमा क्षेत्र में पतंजलि की रणनीति का खुलासा
पतंजलि के इस बड़े कदम के पीछे की सोच को कंपनी के एक प्रवक्ता ने साझा किया. उन्होंने कहा, “भारत का बीमा क्षेत्र तेजी से बदल रहा है. 100% विदेशी निवेश की छूट जैसे नियामक सुधार इसे और आकर्षक बना रहे हैं. अगर हम विकसित देशों से तुलना करें, तो भारत में सामान्य बीमा का दायरा अभी बहुत सीमित है. IRDAI का ‘2047 तक सभी के लिए बीमा’ का सपना इस कमी को दूर करने की दिशा में एक बड़ा कदम है. हमारा मानना है कि पतंजलि की पूंजी, देशव्यापी वितरण ताकत और ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंच मैग्मा को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकती है. हमारे उत्पाद आज 2 लाख से ज्यादा दुकानों, रिलायंस रिटेल जैसे बड़े नेटवर्क और 250 पतंजलि मेगा स्टोर्स के जरिए लोगों तक पहुंच रहे हैं.”
सौदे के पीछे की कहानी और प्रमुख खिलाड़ी
इस सौदे में कई बड़े नाम शामिल हैं. विक्रेताओं की सूची में सबसे चर्चित नाम है सेनोटी प्रॉपर्टीज, जो उद्योगपति अदार पूनावाला और राइजिंग सन होल्डिंग्स का संयुक्त उद्यम है. इस सौदे से पहले सेनोटी के पास मैग्मा में 74.5% हिस्सेदारी थी.
अदार पूनावाला ने इस बदलाव पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा, “मैग्मा जनरल इंश्योरेंस ने बीते कुछ सालों में शानदार काम किया है. इसने खुदरा और कॉर्पोरेट दोनों क्षेत्रों में अपनी मजबूत मौजूदगी बनाई है. 18,000 से ज्यादा एजेंट, 2,000 से अधिक कॉर्पोरेट पार्टनर, 14 बड़े ऑटोमोबाइल निर्माता और 80 से ज्यादा वित्तीय संस्थानों के साथ काम करते हुए इसने 5 साल में 26% की शानदार वृद्धि दर्ज की है. हमें यकीन है कि पतंजलि और डीएस ग्रुप की नई कमान में यह कंपनी बीमा क्षेत्र में नई मिसाल कायम करेगी.”
विक्रेताओं में अन्य नामों में सेलिका डेवलपर्स, जगुआर एडवाइजरी सर्विसेज, केकी मिस्त्री, अतुल डीपी फैमिली ट्रस्ट, शाही स्टर्लिंग एक्सपोर्ट्स और क्यूआरजी इन्वेस्टमेंट्स जैसे नाम शामिल हैं.
खरीदारों की तरफ से पतंजलि के साथ-साथ कई फाउंडेशन भी इस सौदे का हिस्सा बने हैं, जिनमें एसआर फाउंडेशन, रीति फाउंडेशन, आरआर फाउंडेशन, सुरुचि फाउंडेशन और स्वाति फाउंडेशन ने मैग्मा में हिस्सेदारी ली है.
मैग्मा के लिए नया सुनहरा दौर
यह सौदा मैग्मा जनरल इंश्योरेंस के लिए एक नई शुरुआत का वादा करता है. भारत में अपनी स्थिति को मजबूत करने की चाह रखने वाली इस कंपनी को अब पतंजलि की ब्रांड ताकत और इसके विशाल उपभोक्ता आधार का साथ मिलेगा. यह सहयोग मैग्मा को बाजार में अपनी पहुंच बढ़ाने और हिस्सेदारी मजबूत करने में मदद कर सकता है. पतंजलि का बीमा क्षेत्र में आगमन मौजूदा कंपनियों के लिए भी एक नई चुनौती लेकर आया है.
भविष्य की संभावनाएं
पतंजलि का यह कदम उसके कारोबारी दायरे को नई ऊंचाइयों तक ले जाता है और भारत के बीमा क्षेत्र में ग्रामीण व शहरी दोनों बाजारों में उसकी पैठ को मजबूत करने का संकेत देता है. आने वाले दिनों में यह देखना रोचक होगा कि पतंजलि अपनी इस नई पारी को कैसे अंजाम देती है और बीमा बाजार की दिशा को कितना प्रभावित करती है. यह एक ऐसा कदम है, जो न सिर्फ व्यापार की दुनिया में चर्चा का विषय बनेगा, बल्कि आम लोगों के लिए बीमा को और सुलभ बनाने की दिशा में भी एक नई उम्मीद जगा सकता है.
-भारत एक्सप्रेस
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.