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4 करोड़ रुपये से अधिक कीमत वाले लग्जरी घरों की बिक्री में 53% की बढ़ोतरी

भारत में 2024 में 4 करोड़ रुपये और उससे अधिक कीमत वाले लग्जरी घरों की मांग में 53% की बढ़ोतरी हुई. सात प्रमुख शहरों में इन घरों की बिक्री में यह वृद्धि देखी गई.

Sales of luxury homes rise by 53%

भारत में 2024 में 4 करोड़ रुपये और उससे अधिक कीमत वाले लग्जरी घरों की मांग में जबरदस्त इजाफा देखा गया. सात प्रमुख शहरों में इन घरों की बिक्री में 53% की बढ़ोतरी हुई. रियल एस्टेट कंसल्टेंसी फर्म CBRE के आंकड़ों के अनुसार, 2024 में कुल 19,700 लग्जरी घरों की बिक्री हुई, जो 2023 में बेचे गए 12,895 घरों के मुकाबले काफी अधिक है.

दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र ने लग्जरी घरों के लिए सबसे बड़े बाजार के रूप में उभरते हुए बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की. 2024 में यहां 10,500 घर बेचे गए, जबकि 2023 में यह आंकड़ा मात्र 5,525 था. इस तेज वृद्धि का मुख्य कारण क्षेत्र में अमीर खरीदारों और एनआरआई (गैर-आवासीय भारतीय) की प्राइम प्रॉपर्टी के प्रति बढ़ती रुचि को माना जा रहा है.

विशेषज्ञों का नजरिया

CBRE के चेयरमैन और सीईओ, अंशुमान मैगजीन ने कहा, “आवासीय रियल एस्टेट बाजार मजबूत बुनियादी ढांचे और एंड-यूजर मांग के आधार पर आगे बढ़ रहा है. हमें उम्मीद है कि यह रफ्तार आने वाले तिमाहियों में भी बनी रहेगी.”

उन्होंने यह भी कहा कि नोएडा, बेंगलुरु, पुणे और चेन्नई जैसे शहर, जो पहले मध्यम-स्तरीय परियोजनाओं के लिए जाने जाते थे, अब उच्च स्तरीय प्रोजेक्ट्स की ओर बढ़ रहे हैं.

DLF होम डेवलपर्स के जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर, आकाश ओहरी ने कहा, “घरों की बढ़ती मांग यह दर्शाती है कि लोग अब घर खरीदने को लेकर गंभीर हो गए हैं. घर का महत्व पहले से अधिक स्पष्ट हो गया है.”

अन्य शहरों में भी बढ़ी मांग

CBRE के अनुसार, 2024 में मुंबई में 4 करोड़ रुपये से अधिक कीमत वाले घरों की बिक्री 5,500 यूनिट्स तक पहुंच गई, जो 2023 में 4,200 यूनिट्स थी. पुणे में बिक्री 400 यूनिट्स से बढ़कर 825 यूनिट्स हो गई, जबकि बेंगलुरु में यह 265 यूनिट्स से घटकर 50 यूनिट्स रह गई. कोलकाता में इस मूल्य श्रेणी में आवास की बिक्री 310 इकाइयों से बढ़कर 530 इकाई हो गई, जबकि हैदराबाद में मांग 2030 इकाइयों से बढ़कर 2,100 इकाई हो गई. सीबीआरई के आंकड़ों से पता चलता है कि चेन्नई में लक्जरी घरों की बिक्री पिछले वर्ष की 165 इकाइयों से बढ़कर 2024 में 275 इकाई हो गई.

सलाहकार ने लक्जरी आवास की बढ़ती मांग का श्रेय मुख्य रूप से प्रीमियम सुविधाओं वाले विशाल घरों की तलाश करने वाले अमीर खरीदारों की बढ़ती संख्या को दिया. सके अलावा, इस मांग को बढ़ते उच्च-मध्यम वर्ग की आकांक्षाओं के साथ-साथ एनआरआई की रुचि में वृद्धि से बल मिला है, जो भारतीय रियल एस्टेट को एक आकर्षक अवसर के रूप में देखते हैं,” इसने कहा.


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-भारत एक्सप्रेस



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