Bharat Express DD Free Dish

विझिनजम पोर्ट पर पहुंचा दुनिया का सबसे बड़ा कंटेनर जहाज ‘एमएससी इरिना’, जानें इसकी खासियत और क्षमता

दुनिया के सबसे बड़े कंटेनर जहाज के रूप में मान्यता प्राप्त ‘एमएससी इरीना’ (MSC Irina) आज (9 जून) अदाणी समूह के विझिनजम अंतर्राष्ट्रीय पोर्ट पर पहुंचेगा और मंगलवार तक वहां खड़ा रहेगा.

MSC Irina

आज विझिनजम एयरपोर्ट पर पहुंचेगा दुनिया का सबसे बड़ा कंटेनर शिप.

दुनिया के सबसे बड़े कंटेनर जहाज के रूप में मान्यता प्राप्त ‘एमएससी इरीना’ (MSC Irina) आज (9 जून) अदाणी समूह के विझिनजम अंतर्राष्ट्रीय पोर्ट पर पहुंचा हैं. ये मंगलवार तक वहां खड़ा रहेगा. टीईयू (ट्वेंटी-फुट इक्विवेलेंट यूनिट) क्षमता के आधार पर, यह सबसे बड़ा जहाज है.

यह यादगार आगमन पोर्ट के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जिसे 2 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को समर्पित किया था. ‘एमएससी इरिना’ की क्षमता 24,346 टीईयू है, जो इसे वैश्विक शिपिंग में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाती है. इसकी लंबाई 399.9 मीटर और चौड़ाई 61.3 मीटर है. यह जहाज फीफा द्वारा मान्यता प्राप्त किसी मानक फुटबॉल मैदान से लगभग चार गुना लंबा है.

पहली बार MSC Irina किसी दक्षिण एशियाई पोर्ट पर पहुंचेगा

एशिया और यूरोप के बीच बड़ी मात्रा में कंटेनरों के परिवहन की सुविधा के लिए विशेष रूप से डिजाइन किया गया, ‘एमएससी इरिना’ (MSC Irina) व्यापार मार्गों और लॉजिस्टिक क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण है. यह जहाज पहली बार किसी दक्षिण एशियाई पोर्ट पर आ रहा है, जो अल्ट्रा-लार्ज कंटेनर वेसल्स (यूएलसीवी) को हैंडल करने में विझिनजम की क्षमताओं को उजागर करेगा.

अदाणी पोर्ट्स एंड एसईजेड लिमिटेड द्वारा विकसित और संचालित इस पोर्ट ने हाल ही में एमएससी तुर्किये और एमएससी मिशेल कैपेलिनी सहित अन्य प्रतिष्ठित श्रेणी के जहाजों का स्वागत किया है, जिससे समुद्री व्यापार में एक प्रमुख केंद्र के रूप में इसकी प्रतिष्ठा और मजबूत हुई है.

2023 में लॉन्च हुआ था MSC Irina

‘एमएससी इरिना’ को मार्च 2023 में लॉन्च किया गया था और उसी वर्ष अप्रैल में इसकी पहली यात्रा शुरू हुई थी. लाइबेरियाई झंडे के साथ संचालित यह जहाज 26 टीयर तक ऊंचे कंटेनरों को स्टैक करने के लिए डिजाइन किया गया है, जो कंटेनर स्टैकिंग में बेजोड़ क्षमता प्रदान करता है.

विशेष रूप से, ‘एमएससी इरिना’ अपने पूर्ववर्ती, ‘ओओसीएल स्पेन’ से 150 टीईयू के अंतर से आगे निकल गया है. समकालीन पर्यावरण मानकों के अनुरूप, जहाज ऊर्जा-बचत सुविधाओं से लैस है जो कार्बन उत्सर्जन में चार प्रतिशत तक की कमी लाने में योगदान देता है. परिचालन दक्षता बनाए रखते हुए इसके कार्बन फुटप्रिंट को काफी कम करता है.

यह भी पढ़ें- मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने के अवसर पर जानिए- घर बैठे कैसे बनवाएं Ayushman Card, दिल्ली में मिलेगा 10 लाख तक का फ्री इलाज

विझिनजम अंतर्राष्ट्रीय पोर्ट पर एमएससी इरिना (MSC Irina) की डॉकिंग न केवल वैश्विक शिपिंग में पोर्ट के रणनीतिक महत्व को रेखांकित करती है, बल्कि टिकाऊ समुद्री प्रथाओं में एक छलांग का प्रतिनिधित्व करती है, जो उद्योग में भविष्य के विकास के लिए एक बेंचमार्क स्थापित करती है.

-भारत एक्सप्रेस



इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.

Also Read