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एंबुलेंस ड्राइवर रह चुके हैं Hindenburg Research के फाउंडर एंडरसन, फर्म की एक रिपोर्ट ने हिलाया अडानी का साम्राज्य

Hindenburg Research: हिंडनबर्ग का दावा है कि अडानी ग्रुप की सात प्रमुख लिस्टेड कंपनियां 85 फीसदी से अधिक ओवरवैल्यूज हैं. वहीं अडानी ग्रुप ने फर्म के तमाम आरोपों को खारिज किया है.

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नाथन एंडरसन और गौतम अडानी

Hindenburg Research Vs Adani Group: हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की रिपोर्ट ने गौतम अडानी के नेतृत्व वाले ग्रुप (Adani Group) को बड़ा झटका दिया है. इस रिपोर्ट के आने के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट का असर एशिया के सबसे अमीर शख्स गौतम अडानी की नेटवर्थ पर भी पड़ा है. फोर्ब्स के रियल टाइम बिलेनियर्स इंडेक्स में चौथे स्थान पर मौजूद गौतम अडानी खिसककर अब सातवें स्थान पर आ गए हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, अडानी ग्रुप का मार्केट कैपिटलाइजेशन महज दो दिनों में 19 लाख करोड़ से लुढ़ककर 15 लाख करोड़ पर आ गया. इस तरह दो दिनों में अडानी ग्रुप के मार्केट कैपिटलाइजेशन में 4 लाख करोड़ की भारी भरकम गिरावट आई है.

हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के आने के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में 20 फीसदी तक की गिरावट आई, जिसके बाद दलाल स्ट्रीट में हाहाकार मच गया. ये सब अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की एक रिपोर्ट के बाद हुआ, जिसकी स्थापना साल 2017 में नाथन एंडरसन (Nathan Anderson) ने की थी.

रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एंडरसन ने यूनिवर्सिटी ऑफ कनेक्टीकट से इंटरनेशनल बिजनस में डिग्री हासिल की. इसके बाद उन्होंने एक डेटा कंपनी FactSet Research Systems Inc में काम किया. वॉल स्ट्रीट जर्नल को दिए एक इंटरव्यू में एंडनसन ने बताया था कि वह इजराइल में एक एंबुलेंस ड्राइवर के तौर पर भी काम कर चुके हैं. उन्हें भारी दबाव में काम करना बेहद पसंद है.

अडानी समूह ने खारिज की रिपोर्ट

अडानी ग्रुप अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को दुर्भावनापूर्ण करार दे रहा है. हाल ही में समूह की तरफ से एक बयान जारी किया गया था, जिसमें कहा गया कि हिंडनबर्ग रिसर्च ने (अडानी) ग्रुप से संपर्क करने या तथ्यात्मक मैट्रिक्स को सत्यापित करने का प्रयास किए बिना रिपोर्ट प्रकाशित की है, जो चुनिंदा गलत सूचनाओं, बासी, निराधार और बदनाम आरोपों का एक दुर्भावनापूर्ण संयोजन है. अडानी ग्रुप हिंडनबर्ग के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी भी कर रहा है.

वहीं अडानी ग्रुप की कानूनी कार्रवाई की बात पर हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट को सही बताते हुए कहा कि अगर समूह को कानूनी कार्रवाई करनी है तो उन्हें अमेरिका में कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए. साथ ही हिंडनबर्ग द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि वे कानूनी कार्रवाई के दौरान कई दस्तावेजों की मांग भी करेंगे.

क्या है हिंडनबर्ग का दावा

हिंडनबर्ग का दावा है कि अडानी ग्रुप की सात प्रमुख लिस्टेड कंपनियां 85 फीसदी से अधिक ओवरवैल्यूज हैं. अपनी रिपोर्ट में रिसर्च फर्म ने अडानी ग्रुप से 88 सवाल किए हैं. हिंडनबर्ग की नेगेटिव रिपोर्ट के कारण अडानी ग्रुप के शेयर लगातार गिर रहे हैं.

ये भी पढ़ें: Hindenburg Research की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के शेयर 20 % तक गिरे, निवेशकों के 4 लाख करोड़ डूबे, गौतम अडानी 7वें स्थान पर खिसके

हिंडनबर्ग एक फोरेंसिक फाइनेंशियल रिसर्च फर्म है जो इक्विटी, क्रेडिट और डेरिवेटिव्स को एनालाइज करती है. इस कंपनी का नाम हाई प्रोफाइल हिंडनबर्ग एयरशिप हादसे के नाम पर रखा गया है. यह हादसा छह मई, 1937 को हुआ था. हिंडनबर्ग रिसर्च किसी भी कंपनी में हो रही गड़बड़ी का पता लगाती है और फिर उसके बारे में रिपोर्ट पब्लिश करती है. इस फर्म ने अब तक ऐसी कई रिपोर्ट्स को पब्लिश किया है.

-भारत एक्सप्रेस

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