फोटो-सोशल मीडिया
Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश में लगातार सियासी बयार बह रही है. जहां एक ओर राजनीतिक दलों के बीच बयानबाजी जारी है और आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है, तो इसी बीच आजमगढ़ में सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव (Dharmendra Yadav) के खिलाफ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है. उनके साथ ही 43 लोगों के ऊपर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. इस खबर के बाद से यूपी की सियासत में तमाम तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं.
बता दें कि 22 मार्च को सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव जिले की मेंहनगर विधानसभा क्षेत्र में निर्वाचन आयोग की अनुमति को तार-तार करते हुए अधिक गाड़ियों का काफिला ले गए थे और जमकर चुनाव आयोग की गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाई थी. चुनाव आयोग के मुताबिक, आदर्श आचार संहिता लग जाने के बाद प्रत्याशियों के काफिले में 10 से अधिक गाड़ियां नहीं चल सकती हैं लेकिन धर्मेंद्र यादव अपने साथ काफिले में 42 से अधिक गाड़ियां लेकर पहुंचे थे. मिली जानकारी के मुताबिक, धर्मेंद्र यादव लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जनसंपर्क अभियान चला रहे थे. शुक्रवार को वो अपने काफिले के साथ मेहनगर पहुंचे थे. इसी दौरान उनके साथ काफिले में 42 से अधिक गाड़ियां शामिल थीं. इसके बाद उनके ऊपर और उनके साथ शामिल लोगों के खिलाफ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में ये कार्रवाई की गई है.
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मेंहनगर थाने में दर्ज हुआ है मुकदमा
इसी को लेकर मेंहनगर थाने में धर्मेंद्र यादव के साथ 42 अन्य लोगों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस लगातार इस मामले की जांच कर रही है. इससे पहले सपा के विधान परिषद सदस्य गुड्डू जमाली के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया जा चुका है.
एक दिन पहले ही भिड़ गए थे सपा नेता
बता दें कि एक दिन पहले ही आजमगढ़ से सपा के उम्मीदवार धर्मेंद्र यादव की चुनावी सभा में एक दिन पूर्व सपा के पदाधिकारियों के बीच आपस में जमकर मारपीट हुई थी, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. खबरों के मुताबिक सेल्फी लेने को लेकर सपा नेताओं के बीच विवाद हुआ था और ये विवाद इतना बढ़ा कि एक-दूसरे के बीच मारपीट भी हो गई. क्षेत्रीय विधायक एचएन पटेल का ने इसका विरोध किया था. इसको लेकर क्षेत्रिय लोगों का कहना है कि 2022 के विधानसभा चुनाव में जीतने के बाद क्षेत्रीय विधायक अपने विधानसभा क्षेत्र में ही नहीं आते जिसको लेकर स्थानीय लोगों में काफी क्रोध है और वो इसी को लेकर सपा नेताओं का विरोध कर रहे हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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