जयंत चौधरी (फोटो-सोशल मीडिया)
Lok Sabha Election 2024: समाजवादी पार्टी से गठबंधन तोड़कर एनडीए में शामिल हुए आरएलडी चीफ जयंत चौधरी और अखिलेश यादव में जुबानी जंग छिड़ गई है. जयंत चौधरी पर पिछले कई दिनों से अखिलेश यादव रैलियों में बिना नाम लिए हमला बोल रहे थे. जिसपर पलटवार करते हुए जयंत चौधरी ने कहा कि अखिलेश यादव हमें दबाना चाहते थे, इसलिए गठबंधन तोड़ दिया.
राजनीति में हमेशा संबंध रहते हैं- जयंत
आरएलडी चीफ सोमवार (15 अप्रैल) को मुरादाबाद में एक चुनावी सभा को संबोधित करने के लिए पहुंचे थे. जहां उनसे पूछा गया कि अखिलेश यादव के साथ आपके पारिवारिक रिश्ते रहे हैं, ऐसे में उनका साथ क्यों छोड़ दिया? इसपर जयंत चौधरी ने कहा कि अब वह इस रिश्ते का मूल्य एक रुपये बता रहे हैं. उन्होंने कहा कि ये राजनीति है, इसमें एक-दूसरे के साथ हमेशा संबंध रहते हैं.
“संसदीय लोकतंत्र की एक परंपरा होती है”
जयंत चौधरी ने आगे कहा कि “संसदीय लोकतंत्र की ये परंपरा रही है कि सदन के अंदर हमलोग एक-दूसरे से सवाल करते हैं और विरोध भी करते हैं, लेकिन सदन के बाहर हमारी मानवता और इंसानियत जिंदा रहती है. हम एक-दूसरे का सम्मान करते हैं. मेरी नजर में अखिलेश यादव के साथ पहले की तरह ही संबंध आगे भी रहेंगे. सब लोग अपने-अपने तरीके से राष्ट्र के लिए हैं.”
अखिलेश यादव हमें दबाना चाहते थे- जयंत
हालांकि इस दौरान जयंत चौधरी ने अखिलेश यादव पर एक आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव हमें दबाना चाहते थे, इसलिए मजबूरी में आरएलडी को गठबंधन तोड़ना पड़ा. अब हमलोग अच्छी जगह पर हैं.
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RLD के मुखिया जयंत चौधरी ने ये भी कहा कि “भाईचारा जिंदाबाद का नारा जो हम लेकर चले हैं, उसी नारे को बुलंदी तक पहुंचाना है. हमारी कोशिश है कि कोई भी विकास की मुख्यधारा से न छूटे. पीएम मोदी के 400 के लक्ष्य को पूरा करने के लिए RLD पूरी तरह से संकल्पित है.”
-भारत एक्सप्रेस
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