फिल्म अभिनेता अल्लू अर्जुन.
तेलुगु सुपरस्टार पुष्पा-2 एक्टर अल्लू अर्जुन की रिहाई में रईस का हाथ कैसे? दरअसल अल्लू अर्जुन को तेलंगाना हाईकोर्ट से मिली जमानत में ‘रईस’ का बड़ा योगदान रहा.यहां रईस मतलब किसी धनी आदमी की बात नहीं हो रही. दरअसल हाईकोर्ट में अल्लू अर्जुन के वकील ने बचाव में शाहरुख की फिल्म रईस केस का जिक्र किया था. वकील का पक्ष था कि गुजरात में प्रमोशन के दौरान शाहरुख खान ने भीड़ पर टी-शर्ट फेंके थे.इसके बाद भगदड़ मची थी.
जेल से रिहा हुए अल्लू अर्जुन
इस मामले में एक्टर पर गैर इरादतन हत्या का आरोप लगाया गया था. वकील ने कहा कि गुजरात उच्च न्यायालय और सुप्रीम कोर्ट ने शाहरुख को राहत दी थी.जाहिर है तेलंगाना हाईकोर्ट ने इस तथ्य पर गौर किया और अल्लू को जमानत दे दी . आज सुबह साढ़े छह बजे हैदराबाद के चंचलगुडा सेंट्रल जेल से अल्लू रिहा हुए.करीब 18 घंटे की कस्टडी के बाद अल्लू अर्जुन को रिहाई मिली .परिजनों की, फैंस की खुशी का ठिकाना न रहा.
अल्लू अर्जुन जब घर पहुंचे तो उनकी नजर उतारी गई.आखिर किस काली नजर ने उनको कल जेल की सलाखों तक पहुंचा दिया था.जाहिर है परिजनों के चेहरे पर ये ही बात तो तैर रही थी.मां के गले लगकर घर के अंदर गए.शुक्रवार को घर से ही पुलिस संध्या थियेटर भगदड़ मौत मामले में उनको हिरासत में लेकर गई थी.वहीं आज रिहाई के बाद पुष्पा झुकेगा नहीं के अंदाज में अल्लू अर्जुन ने कानून के दिल से सम्मान करने की बात कही साथ ही अपने फैंस का उनके अपार प्यार स्नेह के लिए आभार जताया.
क्यों गिरफ्तार हुए थे अल्लू अर्जुन?
अल्लू अर्जुन पर आरोप है कि 4 दिसंबर को वे हैदराबाद में पुष्पा-2 के प्रीमियर के दौरान संध्या थिएटर में बिना बताए पहुंचे थे. इससे वहां भीड़ जमा हुई और भगदड़ मची गई थी. एक महिला रेवती की मौत हुई थी और रेवती के 9 साल के बेटे श्रीतेज समेत कई लोग घायल हुए थे.अल्लू अर्जुन के खिलाफ बीएनएस की धारा 105, 118 (1) के तहत मामला दर्ज किया गया .अल्लू के निजी बॉडीगार्ड संतोष को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया .दरअसल शुक्रवार को अल्लू अर्जुन को दोपहर 12 बजे पुलिस ने गिरफ्तार किया था .
वहीं गिरफ्तारी के बाद 4 बजे उन्हें लोकल कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से 14 दिन की ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजा गया था. अल्लू ने अंतरिम जमानत के लिए तेलंगाना हाईकोर्ट में अपील की थी.फिर शाम 5 बजे उन्हें 50 हजार रुपए के पर्सनल बॉन्ड पर अंतरिम जमानत मिल गई थी.माना जा रहा था कि अल्लू को चंचलगुडा सेंट्रल जेल से रात में ही रिहाई मिल जाएगी लेकिन टेक्निकल वजहों से अल्लू को रिहाई नहीं मिल पाई .जेल प्रशासन ने कोर्ट की ऑर्डर कॉपी न मिलने की बात कही थी .फिलहाल अंत भला तो सब भला अल्लू आज सुबह जेल से रिहा हुए .लेकिन सवाल कई हैं सवाल अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी पर सियासत का भी है.जो भी हो लेकिन एक नई बहस तो शुरू ही होगी.
अल्लू की गिरफ्तारी पर उपजे नये सवाल
क्या अल्लू की गिरफ्तारी में सियासत का भी अहम रोल है?.ये सवाल इसलिए क्योंकि पुलिस संध्या थियेटर के प्रबंधन पर आरोप लगा रही है कि उसने अल्लू अर्जुन के आने की सूचना नहीं दी थी, लेकिन थिएटर प्रबंधन ने दावा किया है कि उन्होंने एक्टर के पुष्पा-2 के प्रीमियर से 2 दिन पहले ही पुलिस को सूचना देकर सुरक्षा व्यवस्था की मांग की थी.इसके बावजूद, पुलिस ने इंतजाम नहीं किए.
उधर, पुलिस का कहना है कि थिएटर ने कोई जानकारी नहीं दी.फिलहाल तेलंगाना कोई दिल्ली जैसा केंद्रशासित प्रदेश तो है नहीं कि कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी केंद्र की होगी यहां तो कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी तेलंगाना सरकार के पास थी.तो क्या अल्लू अर्जुन के इस एपिसोड में कोई सियासी कनेक्शन भी है?.खैर ये तो बाद की बाते हैं अभी की बात बस इतनी है कि कोई भी अभिनेता या थियेटर प्रबंधन सुरक्षा व्यवस्था के लिए जिम्मेदार कैसे हो सकता है? ये जिम्मेदारी तो सूबे की पुलिस व्यवस्था को ही तो निभानी होती है.
अल्लू की गिरफ्तारी से फैंस हुए थे मायूस
अपनी दमदमार एक्टिंग और स्टाइल से अल्लू लाखों-करोड़ों लोगों के दिलों पर एकछत्र राज करते हैं.वैसे तो अल्लू साउथ में तो पहले से ही पॉपुलर थे, लेकिन पुष्पा की रिलीज के बाद से वे पैन इंडिया स्टार बन चुके हैं.पूरी दुनिया उनकी मुरीद हो चुकी है.इसका सीधा उदाहरण मिलता है कि फैंस उनके बारे में सब कुछ जानने के लिए बेताब रहते हैं.
इंस्टाग्राम पर अल्लू अर्जुन के 25.3 मिलियन लोग फॉलो करते हैं, और जब उनके प्रशंसकों के बीच उनकी गिरफ्तारी की खबर पहुंची, वे बेहद मायूस हो गए . शुक्रवार को शाम 5 बजे ही अल्लू को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई थी, लेकिन तकनीकी वजहों से जेल से रिहा नहीं किया गया था. वहीं देर रात तक उनके प्रशंसक इस इंतजार में जेल के बाहर डटे रहे कि उनका पुष्पा रात में ही बाहर आ जाएगा.वहीं तमाम फिल्मी कलाकारों ने उनकी इस तरह की गिरफ्तारी पर नाराजगी जाहिर की थी .
अभिनेता और सांसद रविकिशन हों या फिल्म अभिनेता रजा मुराद, सबने गिरफ्तारी की आलोचना की, कहा-किसी की पॉपुलैरिटी से अगर फैंस इकट्ठे हो रहें हैं तो इसमें उसका क्या दोष? वहीं अल्लू की गिरफ्तारी पर अभिनेता वरुण धवन ने कहा- हर चीज एक्टर अपने ऊपर नहीं ले सकता- हम उन लोगों को समझा सकते हैं, जो हमारे आसपास हैं. यह जो हादसा हुआ है, वह बहुत दर्दनाक है लेकिन हम सिर्फ एक इंसान को दोष नहीं दे सकते.
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खास बात ये भीहै कि संध्या थियेटर भगदड़ में मृतका रेवती के पति ने कहा- भगदड़ मचने में अल्लू अर्जुन की सीधी कोई जिम्मेदारी नहीं है. वह अपनी पत्नी और बच्चों को प्रीमियर शो दिखाने ले गया था. अचानक लोग अल्लू अर्जुन को देखने आगे बढ़ गए.अल्लू का इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है.
खैर इस घटना ने एक नई बहस तो छेड़ ही दी है.लेकिन आपने देखा होगा शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे या तमिलनाडु की तत्कालीन सीएम जयललिता के अंतिम संस्कार में 10 लाख से ज्यादा भीड़ थी, लेकिन बेहद अनुशासित कहीं कोई भगदड़ नहीं, वहीं अभी जब भारतीय टीम टी20 वर्ल्ड कप जीती तो मुंबई में विजय जुलूस निकला, तो लगा सारी मुंबई ही उस विजय जुलूस में उमड़ पड़ी, लेकिन मजाल कोई अप्रिय घटना घटी हो.वही हाल वैष्णो देवी या धार्मिक स्थल पर जाने वाले पर्यटकों का है .भीड़ संयमित होकर चलती है तो आखिर ऐसे आयोजनों में सब्र क्यों तोड़ देती है.भीड़ कुदरत से बख्शी इस जान की कीमत को क्यों नहीं समझती.भीड़ जोश में होश क्यों खोती है ?
अब ऐसे आयोजनों में भी अतिरिक्त सुरक्षा का भाव लेकर तैयारियां की जानी चाहिए, जिससे ऐसी किसी दुर्घटना से बच सकें और पुष्पा की रिहाई के लिए किसी रईस की जरूरत न पड़े.
-भारत एक्सप्रेस
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