
भारत और जापान के बीच रक्षा सहयोग को मजबूत करने के उद्देश्य से आयोजित संयुक्त सैन्य अभ्यास धर्म गार्जियन का छठा संस्करण इस समय जापान के ईस्ट फूजी ट्रेनिंग एरिया में चल रहा है. यह सैन्य अभ्यास 24 फरवरी से 9 मार्च 2025 तक चलेगा, जिसमें दोनों देशों की सेनाएं एक साथ गहन प्रशिक्षण गतिविधियों में भाग ले रही हैं. इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य आतंकवाद विरोधी अभियानों में सहयोग और समन्वय को बढ़ाना है, खासकर शहरी क्षेत्रों में संचालित अभियानों के लिए संयुक्त रणनीति विकसित करना.
इस वर्ष के सैन्य अभ्यास का मुख्य फोकस शहरी क्षेत्रों में आतंकवाद विरोधी अभियानों पर है, जो वर्तमान वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण विषय बन चुका है. भारत और जापान की सेनाएं इस दौरान जटिल शहरी परिस्थितियों में अभियानों को अंजाम देने की रणनीतियों पर काम कर रही हैं और अपने कौशल को निखार रही हैं. इसके अलावा, इस अभ्यास में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के तहत किए जाने वाले अभियानों की सिम्युलेशन ट्रेनिंग भी शामिल है, जिसमें यह दर्शाया जाएगा कि बहुराष्ट्रीय सैन्य बल वास्तविक परिस्थितियों में किस तरह से प्रभावी ढंग से एक साथ काम कर सकते हैं.
धर्म गार्जियन दोनों देशों की सेनाओं को एक-दूसरे के बेहतरीन सैन्य अभ्यासों और रणनीतियों से सीखने का अवसर प्रदान करता है. इस दौरान दोनों सेनाओं के बीच कई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की जाएंगी, जो भविष्य में होने वाले संयुक्त अभियानों के लिए उपयोगी साबित होंगी. यह सैन्य अभ्यास न केवल भारत और जापान की रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने में सहायक होगा, बल्कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता को बनाए रखने की साझा प्रतिबद्धता को भी मजबूत करेगा.
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-भारत एक्सप्रेस
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