मुंबई में आठ लोगों के खिलाफ कबूतर के मांस बेचने काआरोप (प्रतीकात्मक चित्र)
Mumbai: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां एक रिटायर्ड फौजी ने अपने पड़ोस में रह रहे आठ लोगों पर कबूतर का शिकार कर उसके मांस को एक रेस्टोरेंट में बेचने का आरोप लगाया है. इस सम्बन्ध में रिटायर्ड फौजी ने पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई है.
इस तरह से बेचते थे कबूतर के मांस को
पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में मुख्य आरोपी अभिषेक सावंत और नरोत्तम निवास सहकारी आवास समिति के अन्य सात सदस्यों के खिलाफ माटुंगा पूर्व के किंग्स सर्कल में एफआईआर दर्ज किया है. मुंबई पुलिस को मिली शिकायत के मुताबिक, सावंत इस साल मार्च से अपार्टमेंट की छत पर कबूतर पाल रहा था. जब वे बड़े हो गए तो सावंत ने कबूतरों को मार डाला और उन्हें हाउसिंग सोसाइटी के ठीक नीचे स्थित एक होटल और बीयर पार्लर में बेच दिया, जो चिकन के रूप में ग्राहकों को कथित कबूतरों का मांस परोसता था. पुलिस का ये भी कहना है कि अपार्टमेंट के पदाधिकारियों को सावंत की गतिविधियों के बारे में पता था लेकिन वे चुप रहे.
इन-इन धाराओं में पुलिस ने दर्ज किया मामला
सावंत और अन्य पर आईपीसी की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें जानवरों को मारने या अपंग करने में शामिल, शरारत के लिए 428 और आपराधिक अतिचार के लिए 447 शामिल हैं. इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है और एक रिपोर्ट के मुताबिक जिन आठ लोगों पर मामला दर्ज किया गया है उनमें एक नेता का बेटा भी शामिल है.
हाउसिंग सोसाइटी के लोगों ने इसे बेबुनियाद करा दिया
हालांकि, हाउसिंग सोसाइटी के सदस्यों ने 71 साल के रिटायर्ड फौजी हरेश गलानी द्वारा लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद करार दिया है. उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्त फौजी लंबे समय से इस तरह के झूठे और बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं. हाउसिंग सोसाइटी के एक सदस्य ने कहा, “गगलानी को फर्जी और तुच्छ मामले दर्ज करने में खुशी मिलती है. उन्होंने अब तक 34 मामले दर्ज किए हैं और कुछ नहीं हुआ. जांच होने दें और सच्चाई सामने लाएं.” होटल मालिक ने भी दावों का खंडन किया. इससे अलग गगलानी ने दावा किया कि उन्होंने कबूतर के पिंजरे के विजुअल्स पुलिस को सौंपे हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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