माफिया मुख्तार के बेटे अब्बास अंसारी पर ED ने कसा शिकंजा
बाहुबली मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार रात अरेस्ट कर लिया. मनी लांड्रिंग के केस में अब्बास को समन भेजकर पूछताछ के लिए प्रयागराज के पास कार्यालय पर बुलाया गया था. दोपहर एक बजे से रात 11 बजे तक पूछताछ के बाद उसका मेडिकल कराया गया. उनके ड्राइवर को भी हिरासत में लिया गया है.
मुख्तार अंसारी बांदा जेल में बंद है. मनी लांड्रिंग की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय ने मुख्तार के बेटे मऊ विधायक अब्बास अंसारी, पत्नी आफ्शा अंसारी के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था. अब्बास को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल गई.
इस मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय ने अब्बास को नोटिस भेजा था. समन जारी होने पर अब्बास अपने अधिवक्ता के साथ शुक्रवार दोपहर सिविल लाइंस के पास ईडी के दफ्तर पहुंचे. वहीं इस दौरान अब्बास से पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया. रात 11बजे ईडी की गाड़ी से किसी सुरक्षित जगह पर अब्बास को भेज दिया गया.
विधायक अब्बास से 9 घंटे हुई पूछताछ
मनी लांड्रिग के केस में विधायक अब्बास अंसारी को प्रवर्तन निदेशालय ने समन जारी कर बुलाया था. शुक्रवार को अब्बास अपने ड्राइवर रवि शर्मा और साथी कलीम के साथ प्रयागराज पहुंचा. कलीम ने बताया कि सुबह 11 बजे जेके होटल पहुंचे. वहां से दोपहर 1 बजे प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय में गए.
1 घंटे बाद अब्बास को पूछताछ के लिए अंदर बुलाया गया. इसके बाद चालक रवि से पूछताछ हुई. शाम को कलीम को बुलाया और जानकारी लेकर उन्हें छोड़ दिया. रात 11 बजे अब्बास को गिरफ्तार कर मेडिकल परीक्षण कराया गया.
अब्बास से पूछताछ की सूचना पर प्रयागराज के अधिवक्ता मोहम्मद फारुख समेत दो लोग वहां पहुंच गए. लेकिन ईडी कार्यालय के बाहर पुलिस तैनात थी. अंदर किसी को जाने की इजाजत नहीं थी. शाम ढलते ही वहां का माहौल बदल गया. और चारों तरफ से पुलिस ने घेराबंदी कर ली. अधिवक्ता को भी अंदर जाने की इजाजत नहीं दी गई. नौ घंटे तक अब्बास से ईडी ने पूछताछ की. मुख्तार अंसारी और उनके साले की कंपनी के लेनदेन के बारे में जानकारी ली गई.
करोड़ों की प्रॉपर्टी खरीदने से लेकर उसमें निवेश करने वालों के बारे में पूछा. अब्बास के खिलाफ ईडी ने पहले से ही काफी सबूत इकट्ठा कर लिया था. पूछताछ के दौरान वहीं पर खाना का प्रबंध कराया गया. हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय ने मुख्तार के साले की कंपनी की करोड़ों की प्रॉपर्टी कुर्क की थी. इस मामले में महीनों से अब्बास की तलाश थी.