पूर्व सीएम अशोक गहलोत और राहुल गांधी
Rajasthan Congress: देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का हिंदीभाषी राज्यों में प्रदर्शन बहुत खराब रहा है. चुनाव के नतीजों ने पार्टी नेतृत्व को सकते में डाल दिया है. 3 राज्यों में मिली करारी हार के बाद अब केंद्रीय नेतृत्व इसपर मंथन कर रहा है. इसी बीच राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत का बयान आया है.
कांग्रेस ने हार पर किया मंथन
दरअसल, राजस्थान में मिली हार के बाद कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने समीक्षा बैठक बुलाई थी. जिसमें कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और अशोक गहलोत भी शामिल हुए. राहुल गांधी ने बैठक में कहा कि चुनाव में मिली हार की असल वजह लोगों से ठीक ढंग से संवाद का न होना है. इसपर अशोक गहलोत ने तर्क देते हुए कहा कि राज्य में ध्रुवीकरण के चलते ऐसा हुआ है. बीजेपी ने लोगों को पोलराइज्ड किया. जिसमें वे सफल हुए. यही वजह रही कि पार्टी को हार मिली.
अशोक गहलोत के तर्क से सहमत नहीं हुए राहुल गांधी
अशोक गहलोत के इस तर्क को राहुल गांधी ने सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी को ध्रुवीकरण से जीत मिली है तो फिर इसका असर कांग्रेस को मिले वोट शेयर पर भी होना चाहिए था, लेकिन कांग्रेस को 40 फीसदी वोट मिले हैं. कांग्रेस-बीजेपी के बीच हार-जीत का ज्यादा अतंर नहीं है.
गहलोत ने बीजेपी पर ध्रुवीकरण का लगाया आरोप
अशोक गहलोत ने बैठक में ये भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रैलियों के दौरान सांप्रदायिकता को तूल देने की कोशिश की. उन्होंने ये भी कहा कि राज्य सरकार के रिकॉर्ड को चुनौती देकर चुनाव नहीं लड़ा. इस बात पर राहुल गांधी ने सहमति जताते हुए कहा कि राज्य में जिन कल्याणकारी योजनाओं को चलाया जा रहा था वो अच्छी और अत्याधुनिक थीं.
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हालांकि राहुल गांधी ने ये भी कहा कि सरकार की ओर से चलाई गई योजनाओं को सही से जनता तक नहीं पहुंचाया गया. उन्होंने कर्नाटक की बात करते हुए कहा कि कर्नाटक में सरकारी योजनाओं को लोगों तक बेहतर ढंग से पहुंचाया गया, इसलिए वहां पर पार्टी को जीत मिली.
-भारत एक्सप्रेस
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